कांग्रेस ने गिनाए ‘विदेश नीति के तीन झटके’: ट्रंप-मोदी चर्चा पर पारदर्शिता की मांग

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प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लगभग 35 मिनट बात की. इस बात की जानकारी विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दी. उन्होंने कहा कि इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने ट्रंप से स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर आपसी सहमति से हुआ न कि किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की वजह से हुआ है. पीएम ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है.

विक्रम मिसरी के इस बयान के बाद विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधने लगी. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि यह भारतीय विदेश नीति और कूटनीति को मिला तीसरा झटका है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो बातें मिस्री को बताई हैं वह संसद में भी कहिए. आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि सचिव मिस्री का बयान और व्हाइट हाउस की ब्रीफिंग दोनों में अलग-अलग बातें लग रही हैं.

‘ट्रिपल झटका’ का कांसेप्ट

मिस्री के बयान के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय विदेश नीति और कूटनीति को मिले ‘ट्रिपल झटके’ को समझिए. उन्होंने कहा कि फील्ड मार्शल असीम मुनीर, जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद लगातार भड़काऊ बयान दे रहे हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने उन्हें आज अपने साथ खास लंच के लिए आमंत्रित किया है. उन्होंने कहा कि यह भारतीय कूटनीति के लिए झटका है. हम इस बारे में चुप हैं, हमने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई है.

उन्होंने ट्रिपल झटके का दूसरा कारण बताते हुए कहा कि जनरल माइकल कुरिल्ला जो अमेरिकी सेंट्रल कमांड के प्रमुख हैं, उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बेहतरीन साझेदार है. जयराम ने कहा कि हम कह रहे हैं कि पाकिस्तान एक बेहतरीन अपराधी है.

तीसरा कारण बताते हुए जयराम ने कहा कि 10 मई से लेकर अब तक, 14 बार राष्ट्रपति ट्रंप दावा कर रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर उन्होंने ही कराया. उन्होंने व्यापार को एक साधन के रूप में इस्तेमाल किया. इतना ही नहीं उन्होंने पाकिस्तान और भारत को एक साथ रखा. इतना सब होने के बावजूद पीएम चुप रहे. पीएम ने इसका कोई जवाब नहीं दिया.

मिस्री से कही बातें, संसद में भी कहिए

जयराम ने कहा कि हम लोगों को बताया गया कि पीएम ने राष्ट्रपति ट्रंप से 35 मिनट फोन पर बात की. कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम ने विदेश सचिव से जो बातें कही हैं, उनमें से कुछ बातें संसद में भी कहिए. उन्होंने कहा कि संसद का विशेष सत्र बुलाया और वही बातें कहिए जो आपने राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर कही हैं. इसके आगे उन्होंने कहा कि हम संसद में बहस चाहते हैं.

प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा करता हूं लेकिन….

मिस्री के बयान पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि मैं अपने प्रधानमंत्री पर भरोसा करता हूं. लेकिन अब बात बहुत आगे बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप 14 से 15 बार बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा विदेश सचिव मिस्री अपने बयान में कुछ और कह रहे हैं और मैं व्हाइट हाउस की ब्रीफिंग में कुछ और ही देख रहा हूं. दोनों बातें एक दूसरे से बिल्कुल विपरीत हैं. उन्होंने कहा कि इसलिए हम बार-बार कहते हैं कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए. कल आप सत्ता में रहें या न रहें, लेकिन देश की एक आवाज अमेरिकी राष्ट्रपति तक पहुंचनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वैश्विक स्तर पर इस तरह की कवायद की जरूरत है, सिर्फ घरेलू हेडलाइन मैनेजमेंट हमारी प्राथमिकता नहीं होनी चाहिए