टीम इंडिया को मिला इंग्लिश कप्‍तान का सपोर्ट

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नई दिल्ली : इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स का मानना है कि भारत के विरुद्ध शुक्रवार से हेडिंग्ले में शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में उनकी टीम की रणनीति का आधार 'बैजबाल' शैली जरूर होगी, लेकिन इसका प्रयोग परिस्थितियों के आधार पर किया जाएगा। स्टोक्स का कहना है कि इंग्लैंड टीम एक विशेष मानसिकता और स्पष्ट सोच के साथ मैदान में उतरेगी, लेकिन हर मैच में एक ही रणनीति नहीं अपनाई जा सकती। भारत और इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का प्रसारण सोनी स्पो‌र्ट्स नेटवर्क पर किया जाएगा।

स्टोक्स ने कहा कि हम हमेशा एक सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ उतरते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम हर हाल में आक्रामक ही खेलेंगे। पांच मैचों की सीरीज लंबी होती है, और इसके अलग-अलग चरण होते हैं। हम परिस्थितियों का आंकलन करेंगे और जरूरत पड़ने पर आक्रामक रुख अपनाएंगे। बैजबाल हमारे खेल का हिस्सा है, लेकिन यह किसी एक ढर्रे में बंधा नहीं है। पिछले वर्ष भारत दौरे पर इंग्लैंड की 'बैजबाल' शैली विफल रही थी और टीम को हार का सामना करना पड़ा था। इस बारे में पूछे जाने पर स्टोक्स ने कहा, भारत दौरे की असफलता अब अतीत की बात है। हर सीरीज अलग होती है और अब हम अपने घर में खेल रहे हैं, जहां की परिस्थितियां हमारे अनुकूल हैं। हम इस लाभ को भुनाने की पूरी कोशिश करेंगे।

भारतीय टीम अनुभवहीन नहीं
स्टोक्स ने उन चर्चाओं को भी दरकिनार किया जिनमें कहा जा रहा था कि भारत इस बार अनुभवहीन टीम के साथ मैदान में उतर रहा है। उन्होंने कहा, रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ियों का न होना भारतीय टीम की ताकत को कम नहीं करता। भारत की मौजूदा बल्लेबाजी इकाई गहराई से भरी हुई है और उसमें भरपूर प्रतिभा है। विराट और रोहित दोनों ही बड़े नाम हैं और लंबे समय से भारत की बल्लेबाजी की रीढ़ रहे हैं। लेकिन अब जो खिलाड़ी उनकी जगह आए हैं, वे भी खुद को साबित करने के लिए उत्सुक हैं। हमें किसी भी सूरत में भारत को हल्के में नहीं लेना चाहिए।

बुमराह एक चुनौती, लेकिन कोई भय नहीं
इंग्लैंड की पिचों पर जसप्रीत बुमराह की उपयोगिता को लेकर स्टोक्स ने स्वीकार किया कि वह एक बेहद प्रभावशाली गेंदबाज हैं। लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इंग्लैंड टीम बुमराह को लेकर भयभीत नहीं है। उन्होंने कहा, बुमराह एक बेहतरीन गेंदबाज हैं और हम उनकी काबिलियत को अच्छी तरह जानते हैं। इंग्लैंड की परिस्थितियों में वह और खतरनाक साबित हो सकते हैं। लेकिन जब आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी मजबूत टीम के विरुद्ध खेलते हैं, तो डर की भावना को दरकिनार करना जरूरी होता है। हम उन्हें सम्मान देंगे, लेकिन उनके खिलाफ मजबूती से खड़े भी रहेंगे।

गेंदबाजी विभाग में अनुभव कम, लेकिन आत्मविश्वास भरपूर
इंग्लैंड की मौजूदा गेंदबाजी इकाई अपेक्षाकृत युवा है। टीम में जेमी ओवरटन और जोश टंग जैसे खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जिनके पास ज्यादा अंतरराष्ट्रीय अनुभव नहीं है। इस विषय पर स्टोक्स ने कहा, हां, हमारे कुछ गेंदबाज नए हैं, लेकिन यही वह समय है जब उन्हें खुद को साबित करने का मौका मिलेगा। अनुभव जरूर मायने रखता है, लेकिन कभी-कभी कौशल और मानसिक मजबूती अनुभव पर भारी पड़ते हैं। मुझे अपनी गेंदबाजी इकाई पर पूरा भरोसा है।

कप्तानी के आकलन पर बोले, मैं सिर्फ टीम को जिताना चाहता हूं
इंग्लैंड की मौजूदा गेंदबाजी इकाई अपेक्षाकृत युवा है। टीम में जेमी ओवरटन और जोश टंग जैसे खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जिनके पास ज्यादा अंतरराष्ट्रीय अनुभव नहीं है। इस विषय पर स्टोक्स ने कहा, हां, हमारे कुछ गेंदबाज नए हैं, लेकिन यही वह समय है जब उन्हें खुद को साबित करने का मौका मिलेगा। अनुभव जरूर मायने रखता है, लेकिन कभी-कभी कौशल और मानसिक मजबूती अनुभव पर भारी पड़ते हैं। मुझे अपनी गेंदबाजी इकाई पर पूरा भरोसा है।

कप्तानी के आकलन पर बोले, मैं सिर्फ टीम को जिताना चाहता हूं
स्टोक्स से जब पूछा गया कि भारत के विरुद्ध सीरीज और इसके बाद की एशेज सीरीज उनके नेतृत्व की परीक्षा मानी जाएगी या नहीं, तो उन्होंने बहुत सहजता से जवाब दिया, मैं इस बारे में ज्यादा नहीं सोचता कि लोग मेरी कप्तानी का आंकलन कैसे करेंगे। मेरा काम है इंग्लैंड के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना और टीम को जीत की राह पर ले जाना। उन्होंने कहा, पिछले तीन सालों में ब्रेंडन मैकुलम के साथ हमारी साझेदारी शानदार रही है। हमने कई ऊंचाइयों को छुआ है और कई बार नतीजे हमारे पक्ष में नहीं भी आए हैं। टेस्ट क्रिकेट का सौंदर्य ही यही है, पांच दिन का खेल, जिसमें हर दिन एक नई चुनौती होती है। कप्तान के तौर पर मेरा लक्ष्य सिर्फ यही है कि मैं टीम के लिए अधिक से अधिक मैच जीतूं और क्रिकेट का आनंद लूं।