SBI ने फिर दिया झटका : RBI के पास रेपो रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है। जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है तो, RBI रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है। रेपो रेट ज्यादा होगा तो बैंकों को RBI से मिलेने वाला कर्ज महंगा होगा। लेकिन रेपो रेट में एक के बाद एक बढ़ोतरी के फैसले का असर लोन लेने वाले ग्राहकों पर पड़ रहा है. देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने कर्ज की दरों में फिर से इजाफा किया है. बैंक ने अपने कर्ज की दरों यानी एमसीएलआर (MCLR) में फिर से बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है. ये दर एक साल की अवधि के लोन के लिए बढ़ाई गई है. MCLR में इजाफा होने के बाद होम लोन, ऑटो लोन या पर्सनल लोन सभी तरह के कर्ज महंगे हो जाएंगे.
SBI ने की .10 फीसदी वृद्धि बढ़ोतरी
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट्स (MCLR) में .10 फीसदी (10 बेसिस प्वाइंट) वृद्धि का ऐलान किया है. इसके साथ है बैंक की वेबसाइट पर भी इस बढ़ोतरी की डिटेल अपडेट कर दी गई है. गौरतलब है कि बीते दिसंबर महीने में भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट में 0.35% तक का इजाफा करने का ऐलान किया है। फिलहाल इससे पहले रेपो रेट 5.90% है। जो बढ़कर 6.25% हो गई है। रेपो रेट बढ़ाए जाने के बाद अन्य बैंकों की तरह एसबीआई ने भी एमसीएलआर में इजाफा किया था. 15 दिसंबर 2022 को SBI ने कर्ज की दरों में बढ़ोतरी लागू की थी, अब एक महीने बाद ही फिर से ग्राहकों को झटका दिया है.
15 जनवरी से लागू होंगी नई दरें
एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक, कर्ज की दरों में बदलाव 15 जनवरी 2023 यानी कल रविवार से प्रभावी होगा. बैंक के ऐलान के बाद एक साल की अवधि के लोन पर ब्याज दर 8.3 फीसदी से बढ़कर 8.4 फीसदी हो गई है. जबकि अन्य अवधि के लोन पर ब्याज दरों को यथावत रखा गया है. एक रात की अवधि के लोन पर ये 7.85 फीसदी, एक से तीन महीने के लिए 8.00 फीसदी, छह महीने के लिए 8.30 फीसदी, दो साल के लिए 8.50 फीसदी और तीन साल की अवधि के लोन पर एमसीएलआर 8.60 फीसदी है.
पहले से चल रहे लोन पर भी बढ़ेगी EMI, क्या होगा असर
लोन की ब्याज दरें 2 तरह से होती हैं फिक्स्ड और फ्लोटर। फिक्स्ड में आपके लोन कि ब्याज दर शुरू से आखिर तक एक जैसी रहती है। इस पर रेपो रेट में बदलाव का कोई फर्क नहीं पड़ता। वहीं फ्लोटर में रेपो रेट में बदलाव का आपके लोन की ब्याज दर पर भी फर्क पड़ता है। ऐसे में अगर आपने फ्लोटर ब्याज दर पर लोन लिया है तो आपकी लोन EMI भी बढ़ जाएगी।