केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने शनिवार को संसद के मानसून सत्र की घोषणा की। उन्होंने ट्वीट किया, “संसद का मानसून सत्र, 20 जुलाई 2023 से शुरू होगा और 11 अगस्त तक चलेगा. उन्होंने आगे लिखा कि 23 दिन तक चलने वाले इस सत्र में कुल 17 बैठकें होंगी. मैं सभी पार्टियों से सत्र के दौरान संसद के विधायी और अन्य काम-काज में रचनात्मक योगदान देने की अपील करता हूं. खास बात यह है कि यह मॉनसून सत्र नए संसद भवन में चलेगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने 28 मई को नई संसद का उद्घाटन किया था.
UCC बिल हो सकता है पेश
माना जा रहा है कि मोदी सरकार इस सत्र में समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) बिल पेश कर सकती है. UCC कानून संबंधी बिल संसदीय समिति को भी भेजा सकता है. मॉनसून सत्र में कई और बिल पारित होने की संभावना है. इनमें राष्ट्रीय वित्तीय सूचना रजिस्ट्री, डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण विधेयक, दिवाला और दिवालियापन संहिता संशोधन बिल पेश हो सकते हैं.
इस बार भी मॉनसून सत्र में जमकर हंगामा होने की आशंका है. आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार के खिलाफ लाए अध्यादेश का जमकर विरोधी करेगी. कुछ विपक्षी दल इस मामले में AAP का समर्थन कर सकते हैं. वहीं अरविंद केजरीवाल अध्यादेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गई है. इसके अलावा समान नागरिक संहिता पर भी हंगामा हो सकता है.
3 जुलाई को बुलाई बैठक
समान नागरिक संहिता को लेकर सांसदों की राय जानने के लिए संसदीय स्थायी समिति की 3 जुलाई को बैठक बुलाई गई है. इस मुद्दे पर विधि आयोग, कानूनी मामलों के विभाग और विधायी विभाग के प्रतिनिधियों को बुलाया है. विधि आयोग द्वारा समान नागरिक संहिता पर आम लोगों से सुझाव मांगने के मुद्दे पर इन तीनों विभागों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है