Bhopal: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे इस्तीफा देने के बाद से चर्चा में है। सरकार की तरफ से उनको सरकारी आवास पर अवैध रूप से कब्जा रखने से लेकर बिना अनुमति सर्वधर्म शांति सम्मेलन करने को लेकर नोटिस जारी किया। इस बीच निशा बांगरे ने पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की है। इसको लेकर निशा बांगरे की आमला से विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें फिर तेज हो गई है। हालांकि बांगरे ने मुलाकात को सामान्य बताया। उन्होंने कहा कि उनको कमलनाथ के ऑफिस से मुलाकात के लिए फोन आया था। उनको सरकार की तरफ से बैक डेट में मिल रहे नोटिस पर कमलनाथ ने संवेदना व्यक्त की। चुनाव को लेकर उनसे कोई बातचीत नहीं हुई है।
निशा बांगरे आमला से चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुकी है। उन्होंने भाजपा या कांग्रेस से चुनाव लड़ने को लेकर इच्छा जताई थी। हालांकि सरकार की तरफ से उन पर कार्रवाई के बाद अब उनका भाजपा के साथ जाना मुश्किल है। अब कमलनाथ से मुलाकात के बाद उनका कांग्रेस से चुनाव लड़ने की अटकलें फिर तेज हो गई है।
बता दें निशा बांगरे अपने आपको पूर्व डिप्टी कलेक्टर लिखती है। हालांकि अभी सरकार ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है। अब यह भी चर्चा है कि सरकार उनको लगातार विभागीय कार्रवाई में उलझा कर नौकरी से निकालना नहीं चाहती है। इसके पीछे का कारण उनको चुनाव लड़ने से रोकना बताया जा रहा है। बांगरे ने 25 जून को अपने घर के उदघाटन के अवसर पर सर्वधर्म प्रार्थना समेत अन्य धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने सरकार की तरफ से स्वीकृति नहीं देने पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बांगरे को संपदा विभाग की तरफ से नवंबर से 9 हजार प्रतिमाह वसूली का नोटिस जारी किया है।