Earthquake: राजस्थान के जयपुर समेत कई इलाकों में शुक्रवार तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए. शहर के कुछ हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस होते ही घबराए लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. जानकारी के मुताबिक, भूकंप सुबह 4:10 बजे आया. पुलिस कंट्रोल रूम ने कहा कि किसी जानमाल के नुकसान या संपत्ति के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है. एक घंटे के भीतर तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप का पहला झटका 4:10 मिनट पर, दूसरा 4:23 पर और तीसरा 4:25. पर आया. वहीं, मणिपुर के उखरुल में सुबह 05:01 बजे 3.5 तीव्रता का भूकंप आया.
भूकंप की तीव्रता काफी तेज थी जिससे लोग घबरा गए. भूकंप केंद्र बिंदु राजधानी जयपुर रहा.जयपुर में भूकंप तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 बताई गई है. हालांकि भूकंप से किसी के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन भूकंप का पहला झटका बहुत तेज था जिसके बाद हर कोई अपना घर छोड़ भागता दिखा.
जयपुर और राजस्थान के अन्य जिलों में इससे पहले 21 मार्च और 24 जनवरी को भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. उस दौरान भी कंपन के डर से लोग घरों से बाहर निकल आए थे. सीकर जिले में भी हाल ही भूंकप के झटकों ने डरा दिया था.
क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्यत: चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहा जाता है. अब ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. यानि धरती की ऊपरी सतह 7 टेक्टोनिक प्लेटों से मिलकर बनी है. ये प्लेटें कभी भी स्थिर नहीं होती, ये लगातार हिलती रहती हैं, जब ये प्लेटें एक दूसरे की तरफ बढ़ती है तो इनमें आपस में टकराव होता है. कई बार ये प्लेटें टूट भी जाती हैं. इनके टकराने से बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है जिससे इलाके में हलचल होती है. कई बार ये झटके काफी कम तीव्रता के होते हैं, इसलिए ये महसूस भी नहीं होते. जबकि कई बार इतनी ज्यादा तीव्रता के होते हैं, कि धरती फट तक जाती है.