Rewa News: शिव मंदिर में बड़ा हादसा यहां देवतालाब स्थित शिव मंदिर के टीन शेड करेंट पर बिजली का तार गिर गया। करंट फैलने से 15 से अधिक श्रद्धालु चपेट में आ गए। आनन-फानन में घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। सावन सोमवार होने के चलते मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी। सावन सोमवार होने के चलते काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे थे जहां पर बिजली का तार टूटकर टीन सेट के ऊपर जा गिरा। इसके बाद मौके पर हड़कंप मच गया इसकी चपेट में आकर कई श्रृद्धालु घायल हो गए।
रीवा जिले के लौर थाना इलाके में स्थित शिव मंदिर देवतालाब में ये हादसा हुआ है। घटना की जानकारी लगने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को रीवा, मऊगंज सहित आस पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हालांकि घायलों की स्थित सामान्य बताई जा रही है किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
सावन मास का चौथा सोमवार था, जिसके चलते देवतालाब शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी। जिस समय ये तार टूटा उसमें करंट दौड़ रहा था, जिसकी चपेट में आने से 20 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हुए हैं, जिनमें से 15 श्रद्धालुओं की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद पुलिस और प्रशासन की अलग-अलग टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। आपको बता दें कि, ये इलाका मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम का गृह क्षेत्र में आता है।
मंदिर में तीन हजार से ज्यादा श्रद्धालु
बताया जा रहा है कि जिस समय हादसा हुआ, मंदिर में तीन हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे थे। हादसे के बाद मंदिर परिसर में भगदड़ मच गई थी, जिसमें भी कई श्रद्धालुओं को चोटें आई हैं। घायलों को रीवा के संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया है। यहां अस्पताल प्रबंधन श्रद्धालुओं को उपचार में जुट गया है। अस्पताल प्रबंधन की ओर से तत्काल सतर्कता दिखाते हुए अस्पताल गेट से स्ट्रेचर और वॉर्डबॉय की मदद से तुरंत ही सभी घायलों को अस्पताल में लेकर उपचार शुरु कर दिया है।
ऐतिहासिक शिव मंदिर
देवतालाब में स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर में सावन माह में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ती है। लाखों लोग मंदिर में दूरदराज से आकर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हैं। देवतालाब मंदिर की ऐसी मान्यता है कि, इस मंदिर का निर्माण एक रात में हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि, सुबह जब लोगों ने देखा तो यहां पर विशाल मंदिर बना हुआ मिला था, लेकिन किसी ने ये नहीं देखा कि मंदिर का निर्माण कैसे हुआ। पूर्वजों के बताए अनुसार, मंदिर के साथ ही यहां पर अलौकिक शिवलिंग की भी उत्पत्ति हुई थी। ये शिवलिंग भी रहस्यमयी है।