Himachal News: हिमाचल प्रदेश के शिमला में बड़ा हादसा हुआ है। यहां भारी बारिश के चलते भूस्खलन हो गया। भूस्खलन की चपेट में शिव मंदिर आ गया। ऐसे में सावन के सोमवार पर पूजा करने पहुंचे करीब 30 लोग मलबे में दब गए। इन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, इस भूस्खलन की चपेट में 30 से ज्यादा भक्त आए हैं। इन्हें रेस्क्यू करने का काम जारी है। प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच पिछले कई घंटों से भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है। सोलन जिले में बादल फटा है। सात लोगों की मौत हो गई है। जबकि मंडी में बादल फटने से कई लापता हैं। इसके अलावा पूरे प्रदेश में कई जगह भूस्खल हुआ है। इसकी वजह से सड़कें बंद हो गई हैं।
हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है। बादल फटने की इस घटना में पांच लोगों को मौत हो गई, जबकि तीन लापता हैं, टीम ने पांच लोगों को बचा लिया है। इसके अलावा भूस्खल के चलते कई हाईवे और सड़कें बंद हो गई हैं।
जानकारी के अनुसार, पुलिस नियंत्रण कक्ष सोलन को मिली सूचना के अनुसार, गांव जादोन डाकघर में बादल फटने की घटना हुई। इससे दो मकान और एक गोशाला बह गई। जडौण गांव में रती राम और इसके बेटे हरनाम के दो मकान भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गए। इसमें सात लोगों की मौत हो चुकी है। चार पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं।
मृतको में हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8), रक्षा (12) शामिल हैं। एक महिला कान्ता देवी की टांग टूट गई है। उसे उपचार के लिए भेजा गया है। जबकि पांच लोग ठीक हैं। एसडीएम कंडाघाट सिद्धार्थ आचार्य ने यह जानकारी दी। इसके पड़ोस के गांव जाबल में गौशाला गिरने से पांच पशु मर गए। शिमाल के लाल कोठी में भूस्खलन से कुछ लोगों के दबने की आशंका है। इसके अलावा, सोलग के पास दाड़ला मोड़ से बैरी रोड बंद हो गया है। रविवार को ट्रैफिक दाड़ला मोड़ से नवगांव बैरी बरमाना घागस डायवर्ट किया था। अब नवगांव बैरी सड़क भी सोलग के पास बंद है। लहासा गिरने से मार्ग बाधित हुआ है। वाहन चालकों को खारसी से जब्बलपुल लिंक रोड से घागस पहुंचना पड़ेगा।
मंडी की मझबाड़ पंचायत में बादल फटा
मंडी की मझबाड़ पंचायत में बादल फटा है। दो आदमी मलबे में दब गए हैं, जबकि यहां कुछ लापता हैं। जिनकी तलाश जारी है। यहां पर भारी बारिश ने तबाही मचाई है। घुमारवीं के तियूनखास तियूड़ी गांव में रात को भूस्खलन हो गया। इसको लेकर लगभग 11 परिवारों के घर खाली करवाए गए हैं।