Sunday, September 8, 2024
Homeलाइफस्टाइलहमेशा रहती है थकान और सुस्ती तो जरूर करवाएं ब्लड टेस्ट, क्योंकि...

हमेशा रहती है थकान और सुस्ती तो जरूर करवाएं ब्लड टेस्ट, क्योंकि हो सकती है ये गंभीर बीमारी

ब्लड टेस्ट: अनहेल्दी लाइफस्टाइल और जंक फूड की आदतों के कारण भी लोगों में कमजोरी और अत्यधिक थकावट रहने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन कई बार डाइट और लाइफस्टाइल ठीक होने के बावजूद भी शरीर में कमजोरी आ सकती ही। ऐसे में शरीर में आंतरिक समस्याएं होना भी इसका कारण हो सकता है। कुछ ब्लड टेस्ट के जरिए इसका पता लगाया जा सकता है। ब्लड कैंसर एक खतरनाक बीमारी है इसे ल्यूकेमिया के नाम से भी जाना जाता है। कई बार शुरुआत में इसका पता नहीं चल पाता है। क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण बेहद आम होते हैं। इस लेख के माध्यम से जानें इस बारे में।

ब्लड कैंसर के लक्षण

कैंसर एक खतरनाक बीमारी है, जिसका एक समय के आने के बाद इलाज संभव नहीं होता है। कैंसर का इलाज तभी संभव है जब आपको वक्त रहते इसका पता चले। हालांकि, यदि समय से इस बीमारी का इलाज कर लिया जाए, तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। कैंसर के होने पर कुछ शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं, जिनपर शुरू में ही गौर कर लिया जाए, तो इसका इलाज संभव है। तो चलिए जानते हैं ब्लड कैंसर के कारण व लक्षणों के बारे में-

ब्लड कैंसर के ज्यादातर मामलों में मरीज थका हुआ और कमजोर महसूस करता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि रक्त में लाल रक्त कणिकाओं की संख्या कम होने लगती है जिससे व्यक्ति में रक्त की कमी हो जाती है। रक्त कैंसर के कुछ सामान्य लक्षणों में बुखार, गंभीर थकान, मसूड़ों या त्वचा से खून बहना, पीठ में दर्द या हड्डियों में दर्द की शिकायत दिखाई देती है। इसके अलावा ब्लड कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को बार-बार संक्रमण होने का खतरा होता है। जब शरीर में ल्यूकेमिया कोशिकाएं विकसित हो जाती हैं, तो रोगी के मुंह, गले, त्वचा, फेफड़े आदि में संक्रमण की शिकायत देखी जा सकती है।

ब्लड कैंसर के कारण

  • धूम्रपान या तंबाकू का सेवन
  • उम्र का बढ़ना
  • कुछ संक्रमण
  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
  • ल्यूकेमिया का पारिवारिक इतिहास
  • रक्त विकार जैसे माइलोडिसप्लास्टिक सिंड्रोम
  • पिछला कैंसर उपचार या विकिरण चिकित्सा के संपर्क में
  • बेंजीन और अन्य पेट्रोकेमिकल्स जैसे कुछ रसायनों के संपर्क में आने से
  • डाउन सिंड्रोम वाले आनुवंशिक कारकों में ल्यूकेमिया विकसित होने का अधिक जोखिम होता है.
  • एचआईवी (मानव इम्यूनोडेफिशियेंसी वायरस) और एचटीएलवी -1 (मानव टी-लिम्फोट्रोपिक वायरस) जैसे वायरस

ब्लड कैंसर का इलाज

ब्लड कैंसर एक खतरनाक बीमारी है इसे ल्यूकेमिया के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ल्यूकेमिया भी ब्लड कैंसर का ही एक टाइप है। यह कैंसर ब्लड और बोन मैरो से संबंधित है। ब्लड कैंसर ब्लड सेल्स के कैंसर को कहते है। ब्लड कैंसर कई तरह के हो सकते हैं, जिनमें ल्यूकेमिया, ल्यूमफोमा, माइलोमा शामिल हैं। ये सभी कैंसर अलग-अलग ब्लड सेल्स से संबंधित कैंसर हैं। कैंसर चाहे जो भी हो सभी खतरनाक होते हैं। ब्लड कैंसर का उपचार कैंसर के प्रकार, आपकी उम्र, कैंसर कितनी तेजी से बढ़ रहा है, कैंसर की स्टेज व अन्य कारकों पर निर्भर करता है। ल्यूकेमिया, लिम्फोमा और मल्टीपल मायलोमा के लिए कुछ सामान्य रक्त कैंसर उपचारों में कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी है।

RELATED ARTICLES

Contact Us

Owner Name:

Deepak Birla

Mobile No: 9200444449
Email Id: pradeshlive@gmail.com
Address: Flat No.611, Gharonda Hights, Gopal Nagar, Khajuri Road Bhopal

Most Popular

Recent Comments

Join Whatsapp Group
Join Our Whatsapp Group