Congress Candidates List 2023: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस ने अपनी पहली उम्मीदवार लिस्ट जारी कर दी है। पहली लिस्ट में पार्टी ने 33 उम्मीदारों के नामों का एलान किया है। कांग्रेस की पहली सूची में अशोक गहलोत के साथ ही सचिन पायलट, दिव्या मदेरणा, गोविंद सिंह डोटासरा, डॉ. अर्चना शर्मा, ममता भूपेश के साथ ही अशोक चांदना का नाम भी शामिल है।
पहली सूची में सीपी जोशी का नाम भी शामिल
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरदारपुरा से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, सचिन पायलट टोंक से, ममता भूपेश सिकराई (अजा) से, दिव्या मदेरणा ओसियां से चुनाव मैदान में उतारी गई हैं। पहली सूची में सीपी जोशी का नाम भी शामिल है, जिनके नाम को लेकर आशंकाएं जताई जा रही थी। शुक्रवार को कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद 106 उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगने की खबर थी। हालांकि, कुछ समय के लिए ये लिस्ट अटक गई थी।
कांग्रेस ने इस बार कांग्रेस ने इस बार नोहर से अमित चौहान, कोलायत से भंवर सिंह भोटी, सदलपुर से कृष्णा पूनिया, सुजानगढ़ से मनोज मेघवाल, मांडवा से रीता चौधरी, विराटनगर से इंद्राज सिंह गुर्जर, मालवीय नगर से अर्चना शर्मा, सांगनेर से पुष्पेंद्र भारद्वाज, मंडावर से ललित कुमार यादव, अलवरसे टीकाराम जूली सिकरई से ममता भूपेश को टिकट दिया है। इसके अलावा, सवाई माधोपुर से दानिश अबरार, लडनून से मुकेश भाकर, डीडवाना से चेतन सिंह चौधरी, जयाल से मंजू देवी, देगाना से विजयपाल मिर्धा, परबतसार से रामनिवास गावरिया, ओसियां से दिव्या मदेरणा, जोधपुर से मनीश पंवार, लूनी से महेंद्र विश्नोई, बायतू से हरीष चौधरी, वल्लभनगर से प्रीति गजेंद्र सिंह शेखावत, डूंगरपुर से गणेश गोघरा, बागीडोरासे महेंद्र जीत सिंह मालवीय, कुशलगढ़ से रामलीला खाडिया, प्रतागढ़ से रामलाल मीणा, भीम से सुदर्शन सिंह रावत, मंडलगढ़ से विवेक धाकड़ और हिंडोली से अशोक चांदना को टिकट मिला है।
वहीं बहुजन समाज पार्टी ने भी आज राजस्थान में अपने 10 उम्मीदवारों का एलान कर दिया है। मायावती की पार्टी ने अजमेर, भरतपुर, कांमा, महुवा, टोडाभीम, सपोटरा, गंगापुर, नीमकाथाना, हिंडोन और बांदीकुई से टिकट दिया है।
सचिन पायलट को खुली चुनौती देने वाले चांदना को भी टिकट
सचिन पायलट का साथ देने वालों को टिकट मिला है, साथ ही उनको चुनौती देने वाले अशोक चांदना को भी पार्टी ने टिकट दिया है। राजस्थान के सियासी हलके में अक्सर कहा जाता है कि सचिन पायलट के सामने गुर्जर नेता के रूप में अशोक गहलोत चांदना को आगे बढ़ाते रहे हैं।