भोपाल। MP विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक दो तिहाई बहुमत से चुनाव जीतकर लगातार पांचवी बार सत्ता में काबिज हुई भारतीय जनता पार्टी आज अपना विधायक दल का नेता चुनने जा रही है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टा, पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण और पार्टी की राष्ट्रीय सचिव सुश्री आशा लाकड़ा को विधायल दल का नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षक बनाकर भेजा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहनलाल खट्टर व दोनों अन्य पर्यवेक्षक आज सुबह भोपाल पहुंचे हैं। भोपाल पहुंचने के बाद पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श करने के बाद भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों के साथ वन-टू-वन चर्चा कर रायसुमारी कर रहे हैं। इधर प्रदेश भाजपा कार्यालय में सुबह 10 बजे से ही नव निर्वाचित विधायकों का आना शुरू हो चुका है। कई विधायक अपने समर्थकों के साथ पहुंचे हैं। हालांकि पार्टी ने विधायकों को भेजे आमंत्रण पत्र में कहा है कि वे समर्थकों के साथ प्रदेश कार्यालय न आएं। भाजपा विधायक दल की शाम चार बजे प्रदेश भाजपा कार्यालय में होने वाली बैठक में प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री का चयन होगा। पर्यवेक्षक खट्टर पहले ही कह चुके हैं कि मध्यप्रदेश में सर्वसम्मति से विधायल दल के नेता का चयन होगा।
यह नेता हैं मुख्यमंत्री पद की दौड़ में
मध्यप्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री व करीब 16 साल से अधिक समय तक प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीएम बनने के सबसे बड़े दावेदार हैं। पार्टी मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता और निर्विवाद छवि को देखते हुए छह माह बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी 29 लोकसभा सीटें जीतने मुख्यमंत्री बनाए रह सकती है। अगर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बदलता है तो उस स्थिति में ओबीसी वर्ग से ही नया मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावनाएं प्रबल हैं। ऐेसे में केंद्रीय मंत्री से हाल ही में इस्तीफा देने वाले प्रहलाद सिंह पटेल और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रबल दावेदार हैं। इसके बाद केंद्रीय मंत्री से इस्तीफा देने वाले नरेंद्र सिंह तोमर भी मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। हालांकि पार्टी किसी नए चेहरे को भी मुख्यमंत्री बना सकती है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गी, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और अन्य नामों पर भी विचार किया जा सकता है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मध्यप्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। शाम चार बजे होने वाली विधायक दल की बैठक में ही प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान होगा।
दोपहर एक बजे से पंजीयन शुरू
विधायक दल की बैठक के लिए दोपहर 1 बजे से 3 तक विधायकों की पंजीयन किए जाएंगे। इसके बाद दोपहर 3 बजे विधायक दल के सदस्यों का समूह फोटोग्राफ होगा। दोपहर 3:50 पर विधायक दल की बैठक शुरू होगी। विधायक दल की बैठक नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर के लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा की उपस्थिति में होगी।
19 वर्ष बाद पार्टी ने भेजे पर्यवेक्षक
मध्य प्रदेश में चुनाव परिणाम घोषित होने के 7 दिन बाद आज सोमवार को पर्यवेक्षक मध्य प्रदेश पहुंच चुके हैं। ऐसा करीब 19 साल बाद हो रहा है जब मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के चयन के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने पर्यवेक्षक भेजे हैं। शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री बनने के बाद बीजेपी ने 2008, 2013 में चुनाव जीता,जबकि 2020 में कांग्रेस सरकार गिरने के बाद भी मुख्यमंत्री पद के लिए स्वाभाविक रूप से शिवराज का ही नाम सामने आया था, लेकिन इस बार भाजपा की जबरदस्त जीत के बाद पर्यवेक्षक मध्य प्रदेश भेजे गए हैं।