Amazing facts : अंतरिक्ष की दुनिया भी बहुत से राज़ अपने आपमें छिपाए हुए है। कभी किसी एस्टेरॉयड (Asteroid Coming to Earth) के धरती की ओर बढ़ने से खतरा सामने आ जाता है, तो कभी कोई नया तारा वैज्ञानिकों की नज़र में आ जाता है। कभी आपने सोचा है कि धरती का अंत कैसे होगा? वरिष्ठ विशेषज्ञों ने जलवायु बदलाव के बारे में आरंभिक महत्त्वपूर्ण जानकारियां दी थीं। उन्होंने बताया था कि धरती का औसत तापमान ऐसे बढ़ते संकटों की स्थिति अनेक वर्षो से उभरती रही है। जब से धरती पर जीवन पनपने लगा, तब से अब तक के करोड़ों वर्ष के इतिहास में मौजूदा पीढ़ी सबसे संवेदनशील दौर में जी रही है। बीसवीं शताब्दी में यह संभावना पहली बार सामने आने लगी कि तेजी से बदलती तकनीकी के दौर में मनुष्य निर्मित कारणों से वे हालात अस्त-व्यस्त हो सकते हैं, जो धरती पर मनुष्य सहित लाखों जीवन रूपों के पनपने के अनुकूल अवसर उत्पन्न करते हैं।
विशेषज्ञों ने धरती के खत्म होने के कुल चार आशंकाएं ज़ाहिर की
औद्योगिक काल से पूर्व की तुलना में 1.5 डिग्री से अधिक न बढ़ने का जो लक्ष्य पहले तय किया गया था, वह अब प्राप्त करना संभव नहीं लग रहा है। दूसरी ओर दुनिया भर में युद्ध भी अधिक विकट हो रहे हैं। वरिष्ठ वैज्ञानिक ने जलवायु बदलाव के बारे में आरंभिक महत्त्वपूर्ण जानकारियां दी थीं। धरती से विशाल उल्कापिंड के टकराने के बाद ही इस जीव का अस्तित्व खत्म हो गया, तो क्या धरती भी उल्कापिंड से टकराकर खत्म हो जाएगी। फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक विशेषज्ञों ने धरती के खत्म होने के कुल चार आशंकाएं ज़ाहिर की हैं।
सूर्य में समा जाएगी धरती
एस्ट्रोनॉमी वेबसाइट और बीबीसी साइंस फोकस के अनुसार धरती का अंत कई तरह से हो सकता है। धरती के खत्म होने का कारण सूरज भी हो सकती है। ऐसी आशंका जताई जाती रही है है कि सूरज ब्लैक होल में तब्दील हो जाएगा और धरती उसमे समा जाएगी। इस तरह से हरी-भरी धरती का अंत हो जाएगा।
अंतरिक्ष में भटकती रहेगी धरती
एक आशंका यह भी है कि धरती बुध और शुक्र जैसे ग्रहों की तरह करोड़ों साल बाद सिर्फ एक चट्टान की तरह रह जाए, तो अंतरिक्ष में यहां-वहां भटकती रहे।इस पर कोई जीवन बाकी नहीं रह जाए।
गर्मी से राख हो जाएगी धरती
एक आशंका ये भी जताई जा रही है कि पृथ्वी अधिक गर्मी की वजह से जलकर राख हो जाएगी। हालांकि विशेषज्ञ इस प्रक्रिया के लिए 5 से 7 अरब साल का वक्त बता रहे हैं लेकिन अगर ऐसा हुआ तो धरती सिर्फ एक इतिहास बन जाएगी, जिसे भी कहने वाला शायद ही कोई बचे।
उल्कापिंड धरती से टकरा जाए
एस्ट्रोनॉमी डॉट कॉम की एर रिपोर्ट कहती है कि 66 मिलियन वर्ष पहले एक शहर के आकार का एस्टेरॉयड मैक्सिको की खाड़ी से टकराया। इसकी वजह से धरती पर मौजूद सारी प्रजातियां खत्म हो गईं। नासा के मुताबिक पृथ्वी लगभग हर 100 मिलियन वर्ष में एक एस्टेरॉयड से टकराती है।गनीमत ये है कि ऐसा होने से पहले हो सकता है कि मानवता ही धरती से खत्म हो चुकी हो।