भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के बिना तमिलनाडु में गठबंधन करने की अपनी कोशिश के तहत सोमवार को जी के वासन के नेतृत्व वाली तमिल मनीला कांग्रेस (टीएमसी) के साथ हाथ मिलाया।बीजेपी के साथ गठबंधन करने वाले क्षेत्रीय दल तमिल मनीला कांग्रेस ने राज्य में कई अन्य दलों के भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने की उम्मीद जताई है। बीजेपी की प्रदेश इकाई ने वासन की सराहना करते हुए कहा कि आगामी दिनों में गठबंधन के मार्गदर्शन के लिए उनकी सलाह ली जाएगी।
दिवंगत नेता जी के मूपनार ने चुनावों के लिए अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन करने के फैसले के विरोध में कांग्रेस छोड़ दी थी और 1996 में टीएमसी की स्थापना की थी। इसका 2002 में कांग्रेस में विलय हो गया लेकिन वासन ने 2014 में कांग्रेस से नाता तोड़ लिया और टीएमसी को नए सिरे से खड़ा किया।वासन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह 27 फरवरी को तिरुपुर जिले के पल्लडम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा में शामिल होंगे।वासन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके दिवंगत पिता एवं अनुभवी नेता मूपनार द्वारा स्थापित किए जाने के समय से ही उनकी पार्टी का ‘‘राष्ट्रीय दृष्टिकोण’’ रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ हाथ मिलाने के फैसले के पीछे का कारण तमिलनाडु और तमिलों का कल्याण तथा मजबूत एवं समृद्ध भारत बनाना है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज, देश की आर्थिक वृद्धि और सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। गरीबों का उत्थान ज्यादा जरूरी है, बुनियादी ढांचा बहुत जरूरी है। हम विश्व की तीसरी आर्थिक शक्ति बनने जा रहे हैं। यह सब ध्यान में रखते हुए टीएमसी एक ऐसी सरकार, एक ऐसा प्रधानमंत्री चाहती है जो वास्तव में यह सब हासिल कर सके।’’उन्होंने पिछले दशक में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने के लिए बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘तमिल मनीला कांग्रेस राजग के हिस्से के रूप में बीजेपी के नेतृत्व में आगामी चुनाव लड़ेगी।’’ई के पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली अन्नाद्रमुक ने सितंबर 2023 में बीजेपी के साथ संबंध तोड़ने की घोषणा की थी।