Sunday, September 8, 2024
Homeराज्‍यमध्यप्रदेशMahashivratri 2024: महाकालेश्वर में नौ दिन तक मनेगा महाशिवरात्रि का उत्सव, जानें...

Mahashivratri 2024: महाकालेश्वर में नौ दिन तक मनेगा महाशिवरात्रि का उत्सव, जानें किस- किस रूप में सजते हैं बाबा

Mahashivratri 2024:वैसे तो विश्व भर में लाखों-करोड़ों शिव मंदिर है, लेकिन विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल का दरबार कुछ निराला ही है। यहां पर सभी पर्वों की शुरुआत बाबा महाकाल के आंगन से ही होती है। महाशिवरात्रि उत्सव की धूम भी पूरे नौ दिनों तक दिखाई देती है। इस मंदिर मैं शिवरात्रि के नौ दिन पूर्व से बाबा महाकाल का विशेष पूजन-अर्चन, अभिषेक और शृंगार किया जाता है।

बाबा महाकाल के निराले भक्त भी इस उत्सव को शादी की तरह ही धूमधाम से मनाते हैं। नौ दिवसीय उत्सव में बाबा महाकाल को हल्दी उबटन लगाने के बाद दूल्हा बनाया जाता है और प्रतिदिन अलग-अलग स्वरूपों में उनका शृंगार भी होता है। इस वर्ष इस उत्सव की शुरुआत फाल्गुन कृष्ण पक्ष की पंचमी 29 फरवरी 2024 गुरुवार से होने वाली है, जो फाल्गुन कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी आठ मार्च महाशिवरात्रि तक रहेगी।

ऐसा माना जाता है कि कोटेश्वर महादेव कोटि तीर्थ कुंड के प्रधान देवता है। इस वजह से पहले उनका पूजन होगा। उसके बाद भगवान महाकालेश्वर का पूजन-अर्चन किया जाएगा। सुबह 8:00 से 9:00 तक भगवान कोटेश्वर का पूजन-अर्चन, अभिषेक करने के बाद उन्हें हल्दी लगाई जाएगी। इसके बाद 11 ब्राह्मण लघु रुद्र का पाठ करेंगे। इसके बाद भोग आरती होगी और दोपहर तीन बजे भगवान महाकालेश्वर का संध्या पूजन कर विशेष शृंगार किया जाएगा।

नौ दिन तक ऐसा रहेगा बाबा महाकाल का शृंगार

पहले दिन वस्त्र धारण : शिवरात्रि से पहले के नौ दिन विशेष हैं। शिव नवरात्रि के पहले दिन बाबा महाकाल का चंदन से शृंगार किया जाता है। जलाधारी पर हल्दी चढ़ाई जाती है।

दूसरे दिन शेषनाग : दूसरे दिन बाबा महाकाल का शेषनाग रूप में शृंगार किया जाता है। इस दिन बाबा महाकाल भक्तों को शेषनाग रूप में दर्शन देंगे।

तीसरा दिन घटाटोप : तीसरे दिन बाबा महाकाल भक्तों को घटाटोप रूप में दर्शन देंगे।

चौथे दिन छबीना :चौथे दिन बाबा महाकाल का छबीना श्रृंगार किया जाता है, जो कि एक नवयुवक स्वरूप होता है बाबा महाकाल का शृंगार एक राजकुमार की तरह किया जाता है।

पांचवे दिन होल्कर : शिव नवरात्रि के पांचवें दिन महाकाल बाबा को होलकर परंपराओं के अनुसार सजाया जाएगा।

छठे दिन मनमहेश : शिव नवरात्रि के छठवें दिन बाबा महाकाल को मनमहेश के रूप में सजाया जाएगा। इस रूप में भगवान शिव के रूप में महाकाल का श्रृंगार होगा।

सातवे दिन उमा महेश : सातवें दिन बाबा महाकाल माता पार्वती के साथ उमा-महेश के रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं। इस दिन महाकाल बाबा और मां पार्वती दोनों का स्वरूप भक्तों को दिखता है।

आठवे दिन शिव तांडव : आठवें दिन बाबा महाकाल शिव तांडव के रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं। इस स्वरूप में महाकाल का रौद्र रूप भक्तों को देखने को मिलता है।

नवें दिन निराकार : शिव नवरात्रि के आखिरी दिन में महाकाल को दूल्हे के रूप में सजाया जाता है। कई क्विंटल फूलों का सेहरा बाबा को पहनाया जाता है।

RELATED ARTICLES

Contact Us

Owner Name:

Deepak Birla

Mobile No: 9200444449
Email Id: pradeshlive@gmail.com
Address: Flat No.611, Gharonda Hights, Gopal Nagar, Khajuri Road Bhopal

Most Popular

Recent Comments

Join Whatsapp Group
Join Our Whatsapp Group