भोपाल । हम किसानों को गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2700 रुपए देने का वादा किया है और यह संकल्प हम निश्चितरूप से पूरा करेंगे। संकल्प पत्र पांच साल का होता है। सरकार इसी कार्यकाल में किसानों को अपने वादे अनुसार एमएसपी देगी। हम अपना यह वादा अवश्य पूरा करेंगे। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में कही है। उन्होंने कहा कि हम लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 29 सीटें जीतने के संकल्प के साथ मैदान में उतरे अपने कार्यकाल के पहले 100 दिनों में बेहतरीन टीमवर्क और नेतृत्व क्षमता का नमूना पेश किया। उन्हांने कहा कि 100 दिन मेरे लिए अविस्मरणीय हैं। ये दिन सुशासन की रणनीति बनाने और उसे धरातल पर उतारने में बीते। भगवान जब कुछ नया करवाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको तैयार भी करते हैं। मेरा परिवार भोपाल में मेरे साथ नहीं रहता, इसके बावजूद साढ़े आठ करोड़ प्रदेशवासियों की फिक्र और स्नेह में परिवार की कमी महसूस नहीं होती।
खुद को बताया घर का मुखिया
- मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद खुद को घर के मुखिया जैसा महसूस करता हूं। किसी दिन नई शर्ट पहन लेने पर भी बदलाव महसूस होता है तो नया दायित्व मिलने पर मेरे जीवन में भी बदलाव आया है। मेरे हृदय में प्रदेशवासियों के लिए जो अपनापन उपजा है, उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मध्य प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जन-कल्याण, सुशासन और विकास मेरी प्राथमिकता है। मोदी जी की गारंटी पूरी करना और संकल्प-पत्र में जनता से किए गए वादों को धरातल पर उतारना मेरी प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री द्वारा निश्चित की गईं चार जातियां गरीब, किसान, युवा और महिला का कल्याण मेरी प्राथमिकता है। मध्य प्रदेश आत्मनिर्भर और विकसित भारत का आधार-स्तंभ बने, यह मेरी प्राथमिकता