Bullet Train: भारत में बुलेट का चालन 2026 में चलने की उम्मीद है। भारत में बुलेट ट्रेन परियोजना पर काम तेजी से चल रहा है। भारत की पहली बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी। इस परियोजना में काम तेजी चल रहा है। बुलेट ट्रेन से मुंबई से अहमदाबाद के बीच का सफर मात्र 2.45 मिनिट में तय किया जा सकेगा। इस परियोजना के तहत गुजरात में लगभग 20 पुलों का निर्माण किया जाना है जिसमें से 7 पुल बनकर तैयार हो चुके हैैं। जानकारी के अनुसार इस परियोजना पर गुजरात में काम काफी तेजी से हुआ है। एक जानकारी के अनुसार गुजरात में बुलेट ट्रेन परियोजना का 48 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
भारत जापान से छह ई-5 सीरीज की बुलेट ट्रेन खरीदेगा। दोनों देशो के बीच इस महीने के अंत तक डील फाइनल होने की उम्मीद है। इस डील के साथ ही 2026 तक गुजरात में पहली बुलेट ट्रेन शुरू होने की संभावना बढ़ेगी। सूत्रों ने बताया कि नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड इस साल 15 अगस्त तक ट्रेनों और ऑपरेटिंग सिस्टम की खरीद के लिए बोली लगाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक अहमदाबाद और मुंबई के बीच बनाए जा रहे 508 किलोमीटर लंबे बुलेट ट्रेन कॉरिडोर में लिमिटेड स्टॉप और ऑल स्टॉप जैसी सर्विस होंगी। लिमिटेड स्टॉप वाली ट्रेनें मुंबई और अहमदाबाद के बीच की दूरी केवल दो घंटे में तय करेंगी। वहीं, ऑल स्टॉप सर्विस में लगभग 2 घंटे 45 मिनट का समय लगेगा।
बुलेट ट्रेन का गुजरात में 48 प्रतिशत काम पूरा
अधिकारियों ने बताया कि जनवरी तक परियोजना का कुल 40 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया था। गुजरात में लगभग 48 फीसदी कार्य की प्रगति हुई है, जबकि महाराष्ट्र में महज 22 प्रतिशत ही काम हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में परियोजना में 100 किमी से अधिक वायाडक्ट (खास तरह का पुल) बनाए जा चुके हैं। अधिकारी ने कहा कि पिछले एक साल में विभिन्न नदियों पर छह पुल तैयार किए जा चुके हैं। वहीं, गुजरात में बनने वाले 20 पुलों में से सात का काम पूरा हो चुका है।
महाराष्ट्र में धीमा काम
वहीं, इस संबंध में रेलवे मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि हाल के महीनों में महाराष्ट्र में चल रहे काम में भी काफी प्रगति हुई है। प्रशासन ने सभी जिला कलेक्टरों को इस महीने के अंत तक जमीन सौंपने का काम पूरा करने का निर्देश दिया है। एक सूत्र ने कहा, महाराष्ट्र की पिछली सरकार के कारण हमारा काफी समय बर्बाद हुआ है। उसकी भरपाई के लिए हम काम अब तेजी से काम करना चाहते हैं। हाल ही में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुलेट ट्रेन परियोजना की रफ्तार धीमी होने के लिए महाराष्ट्र की तत्कालीन उद्धव ठाकरे सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। रेल मंत्री ने कहा कि अगर राज्य सरकार ने अनुमति देने में देरी न की होती तो इसके काम में अब तक काफी बढ़ोतरी हो गई होती।