Indian Railways: वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। रेलवे कम दूरी वाली कुछ वंदेभारत ट्रेनों में सीटें खाली रहने की स्थिति को देखते हुए किराए की समीक्षा कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक अपेक्षाकृत छोटी दूरी वाली कुछ वंदेभारत ट्रेनों में सीटें पूरी तरह भर नहीं पा रही हैं. ऐसी स्थिति में रेलवे उनके किराए की समीक्षा कर उन्हें आकर्षक बनाने की योजना बना रहा है. इंदौर-भोपाल, भोपाल-जबलपुर और नागपुर-बिलासपुर जैसी वंदे भारत ट्रेनों के किराए की समीक्षा की जा रही है
देश की सबसे आधुनिक एवं तेज रफ्तार वाली वंदेभारत ट्रेनों का सबसे लंबा सफर करीब 10 घंटे का है जबकि सबसे छोटा सफर तीन घंटे का है. इनमें से कुछ ट्रेनों में सीटों के खाली रहने की समस्या दूर करने के लिए किराये की समीक्षा की जा रही है. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसके पीछे सोच यह है कि सभी वंदेभारत ट्रेन में यात्रियों को सुविधाजनक सफर का मौका मिले. हमने हालात की समीक्षा की है और हमारी राय है कि कुछ वंदेभारत ट्रेन, खासकर कम दूरी वाली, का किराया अगर घटा दिया जाता है तो वह ज्यादा अच्छा कर पाएंगी. हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग इन ट्रेनों में सफर करें.
इन ट्रनों का प्रदर्शन सबसे अच्छा
वंदे भारत की कुछ ट्रेनों में सीटों के खाली रहने की समस्या दूर करने के लिए किराए की समीक्षा की जा रही है. हालांकि वंदेभारत ट्रेनों में सीटें लगभग भरी होती हैं लेकिन कुछ ट्रेनों में ऐसी स्थिति नहीं है. रेलवे उन्हें भी सफल बनाने के लिए जरूरी बदलाव करने जा रहा है. अभी तक देश के 24 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन हो रहा है.
इनमें से कासरगोड-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस में 183 प्रतिशत बुकिंग रहती है और ये सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली वंदेभारत ट्रेन है. गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल, वाराणसी-नई दिल्ली, देहरादून-अमृतसर और मुंबई-शोलापुर के बीच चलने वाली वंदेभारत ट्रेनों में भी 100 प्रतिशत से अधिक बुकिंग रहती है