Petrol Diesel Price : कच्चे तेल के दाम गिरने के चलते देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 10 से 15 रुपए तक की कमी आ सकती है। इंटरनेशनल बाजार में कच्चे तेल कीमत जनवरी से निचले स्तर पर 81 डॉलर से नीचे आ गया है। अमेरिकी क्रूड 74 डॉलर प्रति बैरल के करीब है। इससे पेट्रोल-डीजल के दाम जरूर कम होंगे, लेकिन थोड़ा वक्त लगेगा। तेल आयात से लेकर रिफाइनिंग तक का साइकल 30 दिन का होता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम घटने के एक माह बाद असर दिखता है।
मई के बाद पहली बार पेट्रोल-डीजल के दाम घट सकते हैं
सरकार ने कुछ महीने पहले पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटाने की घोषणा की थी। देश में तेल के दाम लगभग पिछले चार महीने से ज्यादा समय से स्थिर हैं। मालूम हो कि, वाहन ईंधन के दाम में स्थिरता के यह हालात करीब 4 माह से भी अधिक समय से बने हुए हैं। आखिरी बार 22 मई 2022 को आमजनता को महंगाई से राहत देने केंद्र सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी में कटौती की गई थी। सरकार के इस कदम के बाद पेट्रोल 8 रुपए और डीजल 6 रुपए प्रति लीटर तक सस्ता हो गया था।
आज दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 106.31 रुपये व डीजल की कीमत 94.27 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल का दाम 106.03 रुपये जबकि डीजल का दाम 92.76 रुपये प्रति लीटर है। वहीं चेन्नई में भी पेट्रोल 102.63 रुपये प्रति लीटर तो डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर है।
जानिए क्या है कारण
खास तौर पर कच्चे तेल की कीमत में बड़ी गिरावट से भारतीय रिफाइनरी के लिए कच्चे तेल की औसत कीमत (इंडियन बास्केट) घटकर 82 डॉलर प्रति बैरल रह गई है। मार्च में ये 112.8 डॉलर थी। इस हिसाब से 8 महीने में रिफाइनिंग कंपनियों के लिए कच्चे तेल के दाम 31 डॉलर (27%) कम हो गए हैं। एसएमसी ग्लोबल के मुताबिक, क्रूड में 1 डॉलर गिरावट आने पर देश की तेल कंपनियों को रिफाइनिंग पर प्रति लीटर 45 पैसे की बचत होती है। इस हिसाब से पेट्रोल-डीजल के दाम 10 से 15 प्रति लीटर तक कम होने चाहिए।