भोपाल। जनता को महंगाई के मोर्च पर भले ही राहत मिली हो, लेकिन लोकसभा चुनाव बाद महंगाई का झटका लग सकता है। गौरतलब है कि शुक्रवार को एनएसओ द्वारा जारी आंकडों के अनुसार देशभर में महंगाई घटकर 10 माह के निचले स्तर पर पहुंच चुकी है। एक दिन पहले आए आंकड़ों के अनुसार, मार्च महीने में खुदरा महंगाई की दर 5 फीसदी से नीचे आ गई। लेकिन आने वाले दिनों में दूरसंचार कंपनियां लागत का हवाला देकर मोबाइल टैरिफ बढ़ाने जा रही हैं, जिससे देशभर में महंगाई जोर पकड सकती है। रिपोर्ट बताती है कि जियो और एयरटेल जैसी टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ बढ़ाने की योजना बना रही हैं। ये कंपनियां देश में लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद कभी भी मोबाइल टैरिफ बढ़ाने का ऐलान कर सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो जून में समाप्त हो रहे चुनाव के बाद लोगों के लिए मोबाइल, फोन यूज करना महंगा होने वाला है। एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग का मानना है कि जिया और एयरटेल जैसी प्रमुख दूरसंचार कंपनियां 2024 लोकसभा चुनाव के बाद अपने प्लान का महंगा कर सकती हैं।
15 से 17 फीसदी की बढ़ोतरी संभव
ऐसी आशंका है कि टेलीकॉम कंपनियां चुनाव बाद टैरिफ में 15 से 17 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकती हैं। हालांकि अभी मोबाइल कंपनियों ने इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं बताया है। वहीं महंगाई की बात करें तो मार्च महीने में राहत मिलने का क्रम बरकरार रहा। देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और इस महीने से सात चरणों वाले लोकसभा चुनाव 2024 की शुरुआत हो रही है. पहले चरण का मतदान अगले सप्ताह 19 अप्रैल को होने वाला है। आखिरी चरण का चुनाव जून के पहले सप्ताह में 1 जून को होगा। उसके बाद 4 जून को लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे सामने आएंगे। टैरिफ बढ़ाने से टेलीकॉम कंपनियों को फायदा होने वाला है. सबसे ज्यादा फायदे में भारती एयरटेल रह सकती है। एयरटेल का प्रति यूजर औसत रेवेन्यू (एआरपीयू) अभी 208 रुपये है यह बढ़कर वित्त वर्ष 2026-27 में 286 रुपये पर पहुंच सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, जियो अभी टेलीकॉम इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनी है. पिछले 5-6 सालों में जियो की बाजार हिस्सेदारी 21.6 फीसदी से बढ़कर 39.7 फीसदी पर पहुंच गई है।