Ganesh Chaturthi: प्रथम पूज्य गणपति बप्पा का महापर्व शुरू हो गया है। भक्त उन्हें प्रसन्न करने में लगे हैं। मान्यता है कि विघ्नहर्ता की पूजा करने से व्यक्ति को हर तरह के संकटों से छुटकारा मिल जाता है और सुख-संपदा की प्राप्ति होती है। गणेश चतुर्थी यानी 19 सितंबर को घर और पंडालों में बप्पा की मूर्ति स्थापित की गई है और अब अगले 10 दिनों तक बप्पा घर और पंडालों में विराजमान रहेंगे। इस दौरान विधि विधान से भगवान गणेश की पूजा आराधना करने से भगवान गणेश सारे विघ्न हर लेते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। इस दौरान भक्त भगवान गणेश (Ganesh Chaturthi 2023) की प्रिय चीजें उन्हें अर्पित करते हैं। ऐसा करने से बप्पा (Durva Ke Upay) प्रसन्न होते हैं और भक्तजन को शुभ आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
बता दें कि भगवान गणेश को मोदक और दूर्वा अति प्रिय है, इसलिए उनकी पूजा में इन 2 चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, जितनी जल्दी गणपति प्रसन्न हो जाते हैं, वह उतनी ही जल्दी रुष्ट भी हो जाते हैं। इसलिए गणपति की पूजा करते समय कुछ नियमों को ध्यान जरूर रखना चाहिए। ऐसे ही जानिए गणपति को वह कौन सी चीजें हैं, जिन्हें बिल्कुल भी नहीं चढ़ाना चाहिए।
तुलसी के पत्ते : पौराणिक कथाओं के अनुसार गणपति ने तुलसी से विवाह प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, जिससे नाराज होकर तुलसी ने उन्हें दो विवाह का श्राप दे दिया था। इसके बाद गणेश जी ने भी तुलसी को श्राप दिया कि तुम्हारा विवाह राक्षस से ही होगा।इसके बाद तुलसी जी को अपनी गलती का आभास हुआ। यही कारण है कि गणपति की पूजा में तुलसी का प्रयोग नहीं किया जाता है।
टूटे हुए चावल: जब भी आप गणपति की पूजा करें तो इस बात का ध्यान रहे कि बप्पा को टूटे चावल नहीं चढ़ाने चाहिए। इस बात का ध्यान रखें की गणपति को सूखे नहीं, बल्कि गीले चावल चढ़ाए जाते हैं।
सफेद चीज: विघ्न विनाशक को कभी भी सफेद चीज नहीं चढ़ानी चाहिए। क्योंकि सफेद चीजें चंद्रमा से संबंधित हैं। चंद्रदेव ने एक बार भगवान गणेश के रूप का मजाक बनाया था, जिसके बाद गणेश जी ने चंद्रमा को श्राप दे दिया था। इसलिए गणपति को सफेद रंग के फूल, वस्त्र, सफेद जनेऊ, सफेद चंदन आदि नहीं चढ़ाना चाहिए।
मुरझाए फूल और माला : पूजा करते समय हमें विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए कि गणेश जी की पूजा में मुरझाए और सूखे फल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास रहता है।
केतकी के फूल: भगवान गणेश के पिता और देवों के देव महादेव को केतकी के फूल चढ़ाना वर्जित है।
समृद्धि के लिए
घर में पूर्व दिशा की ओर एक मिट्टी के गमले में दूर्वा लगाएं और इस दूर्वा पर प्रतिदिन भगवान गणेश जी का ध्यान करते हुए जल चढ़ाएं। इससे आपके घर में समृद्धि आएगी। इसके अलावा इसी गमले में उगी दूर्वा को हर बुधवार आप गणेशजी को अर्पित करें।