Nag Panchami 2023: जानिए कुंडली में राहु-केतु के प्रभाव से व्यक्ति की किस तरह रुक जाती है तरक्की, इन उपायों से होगा कालसर्प दोष दूर

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Nag Panchami 2023: ज्योतिषशास्त्र में राहु-केतु का विशेष स्थान होता है। ज्योतिष में राहु-केतु को अशुभ फल देने वाला छाया ग्रह माना गया है। अगर किसी जातक की कुंडली में राहु-केतु से सबंधित को दोष मौजूद होता है व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। व्यक्ति को आर्थिक नुकसान होने के साथ शारीरिक और मानसिक परेशानियों से गुजरना पड़ता है।

कुंडली में राहु-केतु के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए ज्योतिष में कई तरह के उपाय भी बताए गए हैं जिसका नियम से पालन करने पर राहु-केतु के बुरे प्रभाव को कुछ कम किया जा सकता है। ज्योतिष में राहु-केतु को छाया और मायावी ग्रह माना गया है। लेकिन राहु-केतु हमेशा अशुभ फल ही देने वाले हैं ऐसा नहीं हैं। अगर किसी जातक की कुंडली में राहु अच्छे भाव में विराजमान हैं और अन्य ग्रहों के साथ उनकी अच्छी युति है तो यह जातकों के जीवन में अच्छा फल भी प्रदान करते हैं। राहु केतु ग्रह कुंडली में उच्च और नीच राशि के अनुसार ही जातकों को शुभ और अशुभ दोनों तरह के फल देते हैं।

कालसर्प दोष दूर करने के उपाय

  • नाग पंचमी 21 अगस्त 2023 को है। इस दिन कुछ खास काम करने से राहु-केतु के दोष से मुक्ति पा सकते है। इन उपायों से कालसर्प दोष भी दूर होगा।
  • नाग पंचमी के दिन नवनाग स्तोत्र का पाठ करने से राहु-केतु शांत होते हैं। कालसर्प दोष के दुष्प्रभाव में कमी आती है। संतान प्राप्ति की राह आसान होती है।
  • कालसर्प दोष को बहुत खतरनाक माना जाता है, ये राहु-केतु से निर्मित होता है। अगर इसका निवारण न किया जाए तो 42 साल तक कालसर्प दोष के दुष्प्रभाव झेलने पड़ते हैं।
  • कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए नाग पंचमी पर राहु यंत्र को बहते जल में प्रवाहित कर दें।
  • घर में मोरपंख रखने से कालसर्प दोष नहीं लगता। राहु-केतु भी दूर रहते हैं।
  • नाग पंचमी के दिन मोरपंख लाएं और इसे श्रीकृष्ण की मूर्ति के पास रखें।

राहु का नकारात्मक प्रभाव

जब किसी जातक की कुंडली में राहु दोष पैदा होता है तो व्यक्ति के जीवन में अचानक से घटनाएं होने लगती हैं। राहुदोष से पीड़ित व्यक्ति को कम नींद आती है, डरावने सपने ज्यादा आने लगते हैं,रात में सोते समय बार-बार डर से नींद टूट जाती है, शरीर में कमजोरी और आलस्य का आना कुंडली में राहु के अशुभ प्रभाव का कारण होता है।

राहु के अशुभ होने के संकेत

  • घर के आसपास कई बार मरा हुआ सांप या छिपकली दिखाई दे तो समझिए आपके लिए राहु अच्छे संकेत नहीं दे रहे हैं। इस तरह के संकेतों का मिलना आपके लिए अशुभ राहु के संकेत माना जाता है।
  • अगर घर का कोई पालतु जानवर या पक्षी गुम हो जाए या मर जाए तो ये माना जाता है कि आपके ऊपर अशुभ राहु की छाया है।
  • जब याददाश्त कमजोर होने लगे तो यह अशुभ राहु के संकेत माना जाता है।
  • वाद-विवाद बढ़ने लगे और परिवार के सदस्यों के बीच आपस में मनमुटाव होने लगे तो इसे भी अशुभ राहु के संकेत माना जाता है।
  • जब अचानक नाखून और सिर के बाल गिरने लगे तो समझिए आपकी कुंडली में राहु अशुभ घर में बैठे हुए हैं।