Jyotish Upay: सनातन धर्म में नारियल का बहुत अधिक महत्व बताया गया है। नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है। कोई भी शुभ कार्य हो वह बिना नारियल के पूरा नहीं होता। शुभ कार्यों में नारियल की बलि दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि नारियल का अंदरूनी सफेद भाग और पानी का प्रतिनिधित्व चंद्र ग्रह करता है, जिसे मन का कारक माना जाता है। इसके साथ ही नारियल में त्रिदेवों का वास भी माना गया है इसलिए नारियल को हर शुभ कार्य में इस्तेमाल किया जाता है। नारियल फोड़ने के बाद ही नए काम की शुरुआत की जाती है।
कहा जाता है कि इससे ईश्वर की कृपा मिलने के साथ ही हर तरह के दुखों और कर्ज से मुक्ति मिलती है। सिर्फ यही नहीं, जीवन की सारी समस्याओं को दूर करने और जीवन को सुखमय बनाने के लिए ज्योतिषीय उपायों में नारियल का बहुत महत्व है। ऐसे में आज हम आपके लिए लेकर आए हैं नारियल से जुड़े कुछ आसान उपाय जिससे आपकी सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी और आपका जीवन खुशियों से भर जाएगा। चलिए जानते हैं नारियल से जुड़े उपायों के बारे में।
धन-धान्य के लिए उपाय
अगर आप चाहते हैं कि घर में कभी भी धन-धान्य और अनाज की कमी न हो, तो 11 लघु नारियल लेकर एक पीले रंग के कपड़े में बांधें और इसे अपने रसोईघर के पूर्व दिशा के कोने में रख दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए
मान्यता के अनुसार, नारियल नेगेटिव एनर्जी को दूर करने का अचूक उपाय है। कहा जाता है कि जिस व्यक्ति को बुरी नजर लगी हो उसके शरीर पर से 11 बार नारियल फेर लें। इसके बाद नारियल को जलाकर उसकी राख को पानी में बहा दें। ऐसा करने से नेगेटिव एनर्जी खत्म हो जाएगी।
व्यापर में तरक्की के लिए
यदि व्यापार में लगातार नुकसान हो रहा है तो गुरुवार के दिन एक नारियल लेकर सवा मीटर पीले वस्त्र में लपेटे, एक जोडा जनेऊ, सवा पाव पीले मिष्ठान के साथ किसी विष्णु मंदिर में प्रार्थना व संकल्प के साथ रख आएं। मान्यता है कि ये बहुत ही लाभदायक होता है।
बीमारी से बचने के लिए उपाय
मान्यता है कि नारियल को लाल कपड़े में लपेट कर बीमार व्यक्ति के सिर पर से 7 बार फेरकर हनुमान जी के चरणों में रख दिया जाए तो रोगी के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
शनि दोष के लिए उपाय
नारियल की मदद से शनि के दोष को भी दूर किया जा सकता है। मान्यता है कि एक काले कपड़े में नारियल, काले तिल, लोहे की कील, उड़द की दाल बांधकर शनिवार के दिन उसे पानी में प्रवाहित करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है।