Sawan Lucky Plants: सावन का महीना भगवान भोले का सबसे प्रिय महीना है। सावन की शुरुआत हो चुकी है। इस बार सावन इसलिए भी खास है क्योंकि 19 साल बाद सावन एक नहीं बल्कि दो महीनों का है। लगभग हर छोटे-बड़े मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। सावन में भक्त अपने भगवान को प्रसन्न करने की पुरजोर कोशिश करते हैं। कुछ लोग भांग धतूरा तो कुछ लोग बेलपत्थर के पत्ते चढ़ाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान भोलेनाथ को कुछ पौधों से भी बेहद लगाव है। सावन में इन पौधों को लगाने से भगवान शिव की विशेष कृपा बरसती है।
सावन में पीपल, शमी, केला, चंपा और बेलपत्र के पौधों सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। सावन में अन्य मौसम की तुलना में इस मौसम में पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है। ऐसे में कुछ पौधों को घर के पास लगाने से सेहत को फायदा होता है। साथ ही भोलेनाथ की भी कृपा बनी रहती है। आइए जानते हैं ऐसे ही विशेष पौधों के बारे में-
- बेलपत्रः बेल का पत्थर सबसे पवित्र माना जाता हैं। इसके पत्ते भगवान भोलेनाथ को बेहद प्रिय हैं। इन बेलपत्तों को चढ़ाने से भगवान भोले नाथ बेहद प्रसन्न होते हैं। इस पौधे की पत्तियां ही नहीं, फल और छाल भी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।
- पीपलः भारतीय संस्कृति के अनुसार, पीपल का पौधा बेहद पवित्र माना जाता है। यह पौधा ऑक्सीजन देने के मामले में सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके पत्तों का नियमित सेवन करने से श्वसनली, पित्त और कफ जैसे रोग ठीक हो सकते हैं। इस तरह की परेशानी होने पर आयुर्वेद में इन पत्तों को खाने की सलाह दी जाती है।
शमीः धार्मिक कार्यों के लिए शमी का पौधा सबसे खास माना जाता है। यह पौधा भगवान भोलेनाथ को भी बहुत पसंद होता है. इसके अलावा यह पौधा सेहत के लिए बेहद उपयोगी माना गया है। इस पौधे का उपयोग कीटाणुनाशक औषधि के रूप में किया जाता है। - चंपाः चंपा का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर होने के साथ-साथ अच्छी खुशबू से भी लबालव होता है। यह भगवान शिव को चढ़ाने का बेहतर ऑप्शन है। इस पौधे में सफेद और पीले मिक्स रंग के फूल आते हैं। इस पौधों से निकलने वाली खुशबू तनाव आदि को कम करने में बेहद असरदार माने जाते हैं।
- केलाः केले का पौधा सावन में जरूर लगाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से भगवान शंकर तो खुश होते ही हैं। साथ ही इनका सेवन करने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।इसका सेवन करने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। इसके पत्ते पूजन आदि में भी काम आते हैं।