Reverse Walking : स्वस्थ रहने के लिए टहलना बहुत जरूरी है। रोजाना 15-20 मिनट पैदल चलने से ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हार्ट और किडनी के साथ-साथ कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाता है। आप सभी स्वस्थ रहने के लिए रोज पैदल चलते ही होंगे । लेकिन क्या आप जानते हैं कि पीछे की तरफ चलना भी एक खास एक्सरसाइज है जो सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाती है। रिवर्स वॉकिंग से शरीर और दिमाग दोनों मजबूत होते हैं।
घुटनों के दर्द में मिलता है आराम
जिन लोगों के घुटनों में दर्द रहता है, वो लोग वॉकिंग करने से कतराते हैं। लेकिन रिवर्स वॉकिंग करने से घुटनों पर कम दवाब पड़ता है जिससे वो लोग भी इसे कर सकते हैं जो घुटने के दर्द से परेशान रहते हैं। वॉकिंग से आपके पैर की मांसपेशियों को बल मिलता है, ठीक उसी तरह रिवर्स वॉकिंग से भी पैरों को फायदा मिलता है।
पीठ के निचले हिस्से पर में मिलता है आराम
पीठ या कमर के दर्द से परेशान हैं तब तो आपको जरूर कुछ मिनट रिवर्स वॉकिंग करनी चाहिए। इससे शरीर के इन अंगों की मांसपेशियों में खिंचाव दूर होता है। कमर और रीढ़ की हड्डियां मजबूत होती हैं। शरीर के कई सारे दर्द दूर होते हैं। डॉक्टरी सलाह के अनुसार उन्हें नियमित तौर पर कम से कम 15 मिनट रिवर्स वॉकिंग करने से पीठ दर्द से काफी आराम मिलेगा।
मानसिक सेहत में होता है सुधार
रिवर्स वॉकिंग से सिर्फ शारीरिक ही नहीं मानसिक लाभ भी मिलते हैं। इससे दिमाग को सही जगह पर फोकस करने में मदद मिलती है। अगर आप रिवर्स वॉकिंग करते हैं तो उस समय आपका दिमाग ज्यादा सतर्क होता है जिससे उसकी कार्यप्रणाली दुरुस्त होती है। इसे करने से हैप्पी हार्मोन रिलीज होते हैं जिससे मूड भी अच्छा होता है और दिमाग में तनाव पैदा करने वाली संवेदनाएं कंट्रोल होती हैं।
रिवर्स वॉकिंग के फायदे
सुबह के समय पैदल चलने से शरीर को ‘विटामिन डी’ की भी प्राप्ति होती है। मूड अच्छा रहता है
- नींद में सुधार करता है।
- देखने की क्षमता में सुधार करता है।
- सोचने-समझने की क्षमता तेज करता है। कॉग्निटिव कंट्रोल को बढ़ाता है।
- मेटाबॉलिज्म बूस्ट करता है।