Health Tips : बॉडी को हेल्दी रखने में किडनी की अहम भूमिका होती है। ये ब्लड को प्यूरीफाई करने के साथ बॉडी को डिटॉक्स करती है। वहीं जब किडनी पूरी तरह से काम करना बंद कर देती है तो इस समस्या को किडनी डिजीज कहते हैं। ऐसे में किडनी डिजीज के मरीज को उसकी जरूरत और स्टेज के हिसाब से डाइट चार्ट फॉलो करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्यों ऐसा करके किडनी को फिर से कार्य करने की क्षमता मिलती है। ऐसे में अगर आप भी किडनी डिजीज की समस्या से जूझ रहे हैं तो ऐसे में आपको अपनी डाइट में कुछ चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए।
कैसी होनी चाहिए डाइट
क्रोनिक किडनी डिजीज डाइग्नोज होने के साथ ही ये सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए कि आपकी डाइट किडनी और पूरे शरीर पर कम से कम तनाव डाले। वैरी वेल हेल्थ के अनुसार किडनी के पेशेंट को डिजीज की स्टेज के अनुसार डाइट फॉलो करनी चाहिए। डाइट में प्रोटीन, सोडियम, पोटेशियम और फास्फोरस की मात्रा को नियंत्रित करना जरूरी है।
लो-सोडियम डैश डाइट
क्रोनिक किडनी डिजीज की शुरुआती स्टेज में कई एक्सपर्ट्स डैश डाइट की सिफारिश करते हैं। जिसमें सब्जियों, फलों और कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट शामिल हैं। इसके अलावा अनाज, मछली व नट्स का मीडियम सेवन कर सकते हैं।
प्रोटीन सोर्स बढ़ाएं
लीन मांसपेशियों को बनाए रखने और इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए डेली 8-10 औंस के बीच प्रोटीन का सेवन किया जा सकता है। इसमें लीन मीट, पोल्ट्री , मछली, अंडे और कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट पर फोकस करना चाहिए।
नमक का कम प्रयोग
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए नमक का डेली 2,000 मिलीग्राम से अधिक सेवन न करें। याद रखें लो सोडियम का मतलब ये नहीं कि नमक का बिल्कुल सेवन न करें बल्कि कम मात्रा में करें।
कार्ब्स का सेवन बढ़ाएं
कार्ब्स की मात्रा जरूरत के अनुसार बढ़ाएं। यदि वजन बढ़ाने की आवश्यकता है तो डेली कार्ब्स की मात्रा में 6-11 सर्विंग तक बढ़ा सकते हैं। कार्ब्स के लिए डाइट में अनाज, आटा और ब्रेड की मात्रा बढ़ा सकते हैं।
प्रोटीन सोर्स बढ़ाएं
किडनी डिजीज होने पर आपको डाइट में प्रोटीन युक्त चीजों का सेवन करना चाहिए। ऐसे में आप मीट, मछली और अंडे को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
लिक्विड डाइट सीमित करें
पल्मोनिरी एडिमा से बचने के लिए लिक्विड डाइट को सीमित करें। प्यास को कम करने के लिए अधिक नमक वाले पदार्थ के सेवन से बचें। फ्रूट जूस की बजाए फ्रूट का अधिक सेवन करें।
क्रोनिक किडनी डिजीज की समस्या होने पर डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव किए जा सकते हैं। किडनी डिजीज के शुरुआती लक्षण दिखने पर चिकित्सक से संपर्क करें।