भोपाल। अगले महीने यानि जून के पहले सप्ताह में प्रदेश के सरकारी अस्पतालों को एक सैकड़ा नए डॉक्टर मिल जाएंगे। इनमें 72 मेडिसिन विशेषज्ञ समेत 104 डाक्टरों की पदस्थापना की जाएगी। इनमें अधिकांश को जिला अस्पतालों में पदस्थ किया जाएगा। कुछ की पदस्थापना सिविल अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी की जाएगी। पहली बार मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से इनकी सीधी भर्ती की गई है। इनकी नियुक्ति से ओपीडी और भर्ती रोगियों के लिए काफी सुविधा हो जाएगी।
मौजूदा स्थिति में प्रदेश के जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सिविल अस्पतालों में मेडिसिन विशेषज्ञ के 647 पद स्वीकृत हैं। इनमें मात्र 112 पदस्थ हैं। इस तरह स्वीकृत पद के विरुद्ध सिर्फ 17 प्रतिशत डाक्टर ही हैं। मेडिसिन विशेषज्ञों के अलावा नाक, कान एवं गला रोग के 12 विशेषज्ञ और 20 नेत्र रोग विशेषज्ञों की पदस्थापना भी की जा रही है। नेत्र विशेषज्ञ के 126 पदों में से 19 और नाक, कान एवं गला रोग विशेषज्ञों के 86 में से नौ पद रिक्त हैं।
बता दें कि प्रदेश में विशेषज्ञों के स्वीकृत 3618 पदों में से 2404 रिक्त हैं। सिर्फ पदोन्नति से इतने पदों को नहीं भरा जा सकता था, इस कारण पहली बार 25 प्रतिशत पदों पर सीधी भर्ती की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पहला चरण पूरा होने पर फिर नए सिरे से विशेषज्ञों की सीधी भर्ती की जाएगी। विशेषज्ञों की कमी के चलते ओपीडी में रोगियों की लंबी कतार लग रही है। जिला अस्पतालों की ओपीडी में कई जगह मेडिसिन का सिर्फ एक विशेषज्ञ मिलता है।