UP News: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ योगी ने मंगलवार को बड़ा एलान करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 6 साल में छह लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां दी। अब आगे एक करोड़ युवाओं को रोजगार दिलाया जाएगा। मुख्यमंत्री लोकभवन में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मिशन रोजगार के तहत 393 नव चयनित होम्योपैथिक फार्मासिस्ट को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
निवेश व रोजगार का प्रमुख गंतव्य
इस मौके पर उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया गया था, लेकिन अब यह आंकड़ा बढ़कर 38 लाख करोड़ हो गया है, जिससे युवाओं को और अधिक रोजगार मिल सकेगा। सीएम ने कहा कि अब यूपी निवेश व रोजगार का प्रमुख गंतव्य बन गया है। छह वर्ष पूर्व दंगे व अराजकता का बोलबाला होने से विकास नहीं हो पाता था। अब माहौल पूरी तरह बदल गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में आयुष चिकित्सा पद्धति व योग ने पूरे विश्व में अपना डंका बजाया।
करियर बनाने में संकोच न करें युवा
उन्होंने कहा कि भारत के योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा को पूरे विश्व ने हाथों हाथ लिया। ऐसे में युवा आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी और सिद्धा आदि में करियर बनाने में संकोच न करें। जल्द युवाओं के लिए नए डिग्री व डिप्लोमा कोर्सेज शुरू किए जाएंगे। उन्होंने आयुष विभाग को निर्देश दिए कि वह हेल्थ टूरिज्म पर पूरा फोकस करें। प्रदेश को इस क्षेत्र में आगे ले जाएं।
कार्यक्रम में आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि तेजी से आयुष कॉलेजों की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है, ताकि इस अधिक से अधिक युवाओं को पढ़ाई का अवसर मिले। कार्यक्रम में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव, आयुष लीना जाैहरी व होम्योपैथी निदेशक प्रो. अरविंद कुमार वर्मा भी मौजूद रहे।
उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सराहना की
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की सराहना की। उन्होंने कहा कि पहले परिणाम घोषित होने में काफी लंबा समय लग जाता था। अब तो छह महीने से लेकर नौ महीने के भीतर ही पारदर्शी ढंग से परिणाम घोषित हो रहे हैं। राजधानी में रहने वाली साधना मौर्य को जब नियुक्ति पत्र मिला तो वह भावुक हो गईं। बोली योगी सरकार में निष्पक्ष भर्ती का ही नतीजा है कि हम दोनों बहनों को सरकारी नौकरी मिली। मुझे होम्योपैथिक फार्मासिस्ट की और मेरी बड़ी बहन को प्राथमिक स्कूल में शिक्षक की। रायबरेली की वर्षा शुक्ला ने कहा कि लंबे समय से तैयारी कर रही थी और निष्पक्ष व पारदर्शी भर्ती होने से मेहनत सफल हो गई।