Covid-19: कोरोना के नए वेरिएंट ने दुनिया भर में फिर से हलचल मचा दी है। भारत समेत कई देशों में कोरोना के मामले बढ़ते दिख रहे हैं। देश में कोरोना का नया वैरियंट स्ट्रेन JN.1 मिलने के बाद केंद्र से लेकर राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं। जेएन.1 वैरिएंट के मामले गुजरात, पुडुचेरी, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, दिल्ली-NCR, गुजरात और राजस्थान में मिले हैं। कोविड के नए वैरिएंट को लेकर अधिकारी लगातार बैठक कर रहे हैं और लोगों से पैनिक न करने की अपील कर रहे हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार केरल में 20 दिसंबर को कोविड-19 के 300 नए सक्रिय मामले सामने आए हैं और तीन लोगों की मौत हुई है। देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की कुल संख्या 2669 है। JN.1 वैरिएंट 41 देशों में फैल चुका है. WHO के अनुसार, JN.1 मामलों के सबसे बड़े अनुपात वाले देश फ्रांस, संयुक्त राज्य अमेरिका, सिंगापुर, कनाडा, ब्रिटेन और स्वीडन हैं।
7 महीने बाद कोविड से मरने वालों की संख्या बढ़ी
फिलहाल, भारत में सात महीने बाद कोविड से होने वाली मौतों में इजाफा देखा गया है। सोमवार से अब तक 11 मरीजों की डेथ हो चुकी है। वहीं, गुरुवार को छह मरीजों की मौत हुई है। इसी के साथ एक्टिव मामले भी बढ़कर 2,669 हो गए हैं। गुरुवार को 641 नए मामले आए हैं। वहीं ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी कम होती जा रही है। वहीं, दिल्ली की बात की जाए, तो इस समय तीन एक्टिव मामले हैं। कर्नाटक में कोविड के 105, महाराष्ट्र में 53 और गुजरात में 32 मामले हैं। गुजरात में 8 साल का बच्चा पॉजिटिव आया है, गुजरात में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 9 नए मामले सामने आए हैं। इस तरह राज्य में कुल एक्टिव केस की संख्या 32 हो गई है।
इन राज्यों में नए वैरिएंट का कहर
नए वैरिएंट की वजह से 11 राज्यों में तेजी से मामले बढ़ रहे है। भारत में जेएन.1 वैरिएंट पहली बार केरल में रिपोर्ट किया गया। आठ दिसंबर को केरल की 79 साल की महिला को नए वैरिएंट से संक्रमित पाया गया। आईसीएमआर के पूर्व शीर्ष अधिकारी डॉ समीरन पांडा ने कहा, यह तेजी से फैल सकता है, लेकिन गंभीर रूप से बीमार होने की नौबत नहीं आने वाली। बीते दो हफ्ते में जेएन.1 संक्रमण देश के 11 राज्यों तक फैल चुका है। 15 दिनों में गोवा सबसे अधिक प्रभावित मिले हैं। यहां अब तक 19 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। जेएन.1 वैरिएंट के मामले गुजरात, पुडुचेरी, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, दिल्ली-NCR, गुजरात और राजस्थान में मिले हैं। जहां इस सप्ताह की शुरुआत में महाराष्ट्र में एक भी एक्टिव केस नहीं था। अब यहां पर 45 एक्टिव केस हो गए हैं। वहीं, केरल में 2,341, कर्नाटक में 92 और तमिलनाडु में 89 हैं। केरल में एक दिन में औसत 150 से ज्यादा नए मामले आ रहे हैं। जबकि, इन दोनों राज्यों में 8-9 नए मामले दर्ज हो रहे हैं। वहीं, मरने वाले मरीजों की संख्या में 3 मरीज केरल से हैं और 2 मरीज कर्नाटक से। एक मरीज पंजाब से है।
मध्यप्रदेश में मिले तीन मरीज
प्रदेश के जबलपुर में एक और इंदौर शहर में दो लोगों के कोरोना पाजिटिव मिलने के बाद से स्वास्थ्य विभाग ने विशेष सर्तकता बरते जाने के दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं। नागरिकों से भी अपील की गई है कि वह कोरोना गाइड लाइन का पालन करें। इंदौर और जबलपुर में जो कोरोना के नए मरीज मिले वह कोरोना के नए वेरिएंट से ग्रसित है या नहीं इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है। इंदौर में जो दो मामले पाए गये हैं उनमें दोनों एक परिवार के सदस्य है जबकि जबलपुर में नार्वे से आई एक महिला के कोरोना पीडि़त पाई गई है। इंदौर के जो लोग पाजिटिव पाए गये हैं वह भी विदेश (मालदीव) से लौटे हैं। इसी के चलते प्रदेश में विदेश लौटने वाले नागरिकों पर खास नजर रखने के लिये निर्देश दिए गये हैं।
उ.प्रदेश में मिले सात मरीज
वहीं 7 महीने बाद उत्तर प्रदेश में कोरोना ने दस्तक दी है. पिछले 4 दिन में 7 नए मामले मिले हैं। राजधानी लखनऊ की बात करें तो यहां कोरोना का 1 मरीज मिला है. यहां 75 साल की महिला कोविड पॉजिटिव पाई गई है। बुजुर्ग महिला थाईलैंड से कुछ दिन पहले लौटी थी। बढ़ते मामले को देखते हुए केंद्र और राज्य की सरकारों ने अलर्ट जारी कर दिया है. डॉक्टर्स के अनुसार 15 दिन बेहद अहम हैं। गाजियाबाद में कोरोना के दो नए मामले सामने आए हैं. कोरोना संक्रमित भाजपा पार्षद अमित त्यागी की मां भी कोरोना संक्रमित हुई हैं। इंदिरापुरम क्षेत्र में 60 वर्षीय बुजुर्ग भी कोरोना संक्रमित पाईं गई हैं। गाजियाबाद में अब तक कोरोना के तीन मरीज सामने आए हैं।
राजस्थान में मिले दो मरीज
देश में कोविड -19 के बढ़ते मामलों के बीच, राजस्थान में दो नए मामले सामने आए हैं। जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल और जेके लोन अस्पताल में दो कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए। दोनों मरीज इलाज के लिए दूसरे जिलों से जयपुर आए थे। अतिरिक्त स्वास्थ्य निदेशक ने पुष्टि की कि एक मरीज भरतपुर और दूसरा झुंझुनू का बताया जा रहा है।
महाराष्ट्र में मिला एक मरीज
महाराष्ट्र में एक मरीज में नए कोविड उप-स्ट्रेन का पता चलने के बाद हड़कंप मंच गया है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली नए कोविड वेरिएंट जेएन.1 से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि लोगों को घबराने की कोई बात नहीं है।
आने वाले दिनों में बढ़ सकते हैं मरीज
स्वास्थ्य विभाग कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 को फैलने से रोकने की कोशिश में लगा है। नया वैरिएंट अब तक चार राज्यों में फैल चुका है। वहीं, दूसरी तरफ अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) की तरफ से भी चेतावनी दी गई है। आने वाले वक्त में अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ेगी।
जेएन.1 वेरिएंट के बारे में 10 बड़ी बातें
- भारत में अब तक जेएन.1 सब-वेरिएंट के 26 मामले रिपोर्ट किए गए हैं. इसकी वजह से चिंताएं बढ़ गई हैं. 26 मामलों में 19 केस गोवा में, 4 राजस्थान में और केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र में एक-एक केस रिपोर्ट हुआ है.
- गोवा में ट्रेस किए गए जेएन.1 सब-वेरिएंट के सभी 19 केस इनएक्टिव कंफर्म हुए हैं. मरीजों से इकट्ठा किए गए सैंपल्स की जब जीनोम सीक्वेंसिंग की गई, तो इस वेरिएंट के बारे में मालूम चला.
- गोवा के महामारी विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत सूर्यवंशी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि जेएन.1 वेरिएंट वाले मरीजों में हल्के लक्षण थे और वे अब ठीक हो गए हैं. कहीं न कहीं ये राहत भरी खबर है.
- राजस्थान के जैसलमेर में बुधवार को जेएन.1 सब-वेरिएंट से जुड़े हुए दो कोविड केस सामने आए हैं. जयपुर में गुरुवार को दो अन्य मामले रिपोर्ट किए गए. इस तरह राजस्थान में इस वेरिएंट की एंट्री हुई है.
- भारत में कोविड के 594 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं. इस तरह देश में कोविड केस की एक्टिव संख्या 2669 तक पहुंच गई है. सबसे ज्यादा केस केरल में रिकॉर्ड किया गया है.
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जेएन.1 को ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के तौर पर क्लासिफाइड किया है. ये वेरिएंट BA.2.86 से पैदा हुआ है, मगर उससे थोड़ा अलग है. वर्तमान में इस नए वेरिएंट से कम खतरा नजर आ रहा है.
- ब्लूमबर्म की रिपोर्ट के मुताबिक, इंग्लैंड और स्कॉटलैंड में 24 लोगों में हर एक व्यक्ति कोविड संक्रमित है. लंदन कोविड से बुरी तरह से प्रभावित इलाकों में शामिल है, जहां जेएन.1 वेरिएंट तेजी से फैल रहा है.
- ब्रिटेन के ‘हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी’ और ‘ऑफिस ऑफ नेशनल स्टैटिक्स’ की ज्वाइंट रिपोर्ट में बताया गया है कि कोविड का सबसे ज्यादा शिकार 18 से 44 साल के लोग बन रहे हैं.
- रिपोर्ट में बताया गया है कि कोविड के केस बढ़ने की वजह ठंडा तापमान, छोटे दिन और सर्दियों के मौसम में लोगों का घुलना-मिलना है. इसकी वजह से ऐसा वातावरण तैयार हो रहा है, जिसमें कोविड आसानी से फैल रहा है.
- इंग्लैंड और स्कॉटलैंड में कोविड के फैलने की दर 4.2 फीसदी है, जबकि बुरी तरह प्रभावित लंदन में ये 6.1 फीसदी पर है.