चेन्नई । तमिलनाडु में लगातार दो दिनों तक भारी बारिश और गुंडरीपल्लम बांध से पानी छोड़े जाने के बाद इरोड जिले में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। सोमवार को बांध से 1,492 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिसे देखते हुए जल संसाधन विभाग ने ग्रामीणों को नदियों और नालों के किनारों से दूर रहने के लिए कहा है। जल संसाधन विभाग के मुताबिक, बांध से पानी छोड़े जाने के बाद इन जल निकायों में जल स्तर बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, जिले में 358.12 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, क्योंकि इरोड जिले के सत्यमंगलम, गोबिचेट्टीपलयम, गुंडेरीपल्लम, अम्मापेट में भारी बारिश हुई थी, जिससे नदियों में जल स्तर बढ़ गया था। इसके अलावा गोबीचेट्टीपलयम में धान के खेतों में पानी घुस गया है, जिससे धान के किसानों को काफी नुकसान हुआ। हालांकि कई जगहों पर पानी का स्तर बढ़ गया है, लेकिन बाढ़ की कोई सूचना नहीं मिली है और घरों या इमारतों को भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
धान की फसल का हुआ नुकसान
हालांकि, धान की फसल के नुकसान से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है और जिला प्रशासन ने कृषि विभाग को स्थिति का जायजा लेने का निर्देश दिया है। कृषि विभाग के सूत्रों ने एजेंसी आईएएनएस को बताया कि कालीपट्टी में कृषि भूमि में पानी की रसना दर्ज की गई है और आगे की कार्रवाई की जाएगी और नुकसान के सत्यापन के बाद उचित नुकसान का आकलन किया जाएगा।
दो दिनों से हो रही लगातार बारिश
बता दें कि तमिलनाडु के इरोड जिले में बीते दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। इसी कारण गुंडरीपल्लम बांध से पानी छोड़ा गया है। फिलहाल प्रशासन की टीम जिले के हालात पर नजर बनाए हुए है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लगातार चेतावनी भी जारी की जा रही है।