बांग्लादेश में इस्कॉन के संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं. उन पर देशद्रोह के आरोप लगे हैं और आरोप है कि उन्होंने 25 अक्टूबर को चिटगांव में बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराया था. बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ लगातार बढ़ रही हिंसा के बाद भारत और बांग्लादेश के रिश्ते भी अपने सबसे खराब दौर में पहुंच गए हैं. दोनों के रिश्तों में लगातार तनाव देखा जा रहा है. बांग्लादेश में लगातार भारत विरोधी आवाजें उठ रही हैं. इसी बीच बांग्लादेश ने एक और भारत विरोधी कदम उठाया है. बांग्लादेश ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर बेकरटार टीबी2 ड्रोन (Bayraktar TB2) तैनात किए हैं.
भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात हुए उन्नत Bayraktar TB2 ड्रोन
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच बांग्लादेश ने अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाया है. बांग्लादेश ने पश्चिम बंगाल की सीमा पर तुर्की निर्मित Bayraktar TB2 ड्रोन तैनात किए हैं. यह उन्नत ड्रोन निगरानी और सटीक हमले दोनों में सक्षम है. इनकी तैनाती भारत के रणनीतिक रूप से संवेदनशील “चिकन नेक” क्षेत्र के पास चिंता बढ़ा रही है.
बांग्लादेश को मिले 12 में से 6 Bayraktar TB2 ड्रोन
भारतीय डिफेंस रिसर्च विंग की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, बांग्लादेश की सशस्त्र सेनाओं को इस साल की शुरुआत में 12 में से 6 Bayraktar TB2 ड्रोन मिले. डिफेंस टेक्नोलॉजी ऑफ बांग्लादेश (DTB) की रिपोर्ट के अनुसार, इन ड्रोन का संचालन 67वीं आर्मी यूनिट द्वारा किया जा रहा है. ये ड्रोन मुख्य रूप से खुफिया, निगरानी और हल्के हमलों के लिए उपयोग किए जाते हैं. यह अधिग्रहण बांग्लादेश की रक्षा क्षमताओं को उन्नत और आधुनिक बनाने के प्रयासों को दर्शाता है, जो इसके सैन्य विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है. बांग्लादेश के इस कदम से भारत और बांग्लादेश के बीच निकट भविष्य में हालात और खराब होने की संभावना है.