प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने राज्य को 10 हजार 500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की सौगात दी। इसके बाद उन्होंने विकास परियोजनाओं के मॉडल की भी समीक्षा की। प्रधानमंत्री के साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी, राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन व केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव मौजूद रहे।
इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आजादी के अमृत काल में देश विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। विकास की यह यात्रा बहुआयामी है। इसमें सामान्य मानवी के जीवन से जुड़ी जरूरतों की चिंता शामिल है और सबसे बेहतर आधुनिक आधारभूत संरचना का निर्माण भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहा, आपूर्ति श्रृंखला तार्किक और मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी पर निर्भर करती है। इसलिए हमने आधारभूत संरचना के विकास को लेकर नई दृष्टिकोण अपनाई। हमने विकास के एकीकृत दृश्य को महत्व दिया।
आंध्र प्रदेश के लोगों का खत्म हुआ इंतजार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मुझे पता है कि आंध्र प्रदेश के लेागों को काफी लंबे समय से इन परियोजनाओं का इंतजार था।आज यह इंतजार खत्म हो रहा है।अब आंध्र प्रदेश और इसके तटीय क्षेत्र एक नई रफ्तार से आगे बढ़ेंगे।उन्होंने कहा, आधारभूत संरचना का यह एकीकृत दृश्य पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान की वजह से संभव हुआ है।गतिशक्ति प्लान से ना सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण की रफ्तार तेज हुई है बल्कि इससे परियोजनाओं पर लगने वाला खर्च भी कम हुआ है।
पीएम ने कहा, आज शुरू किया जा रहा आर्थिक गलियारा आंध्र प्रदेश में व्यापार और विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी में सुधार करेगा। आज जब दुनिया संकट के दौर से गुजर रही है, भारत कई क्षेत्रों में नए मील के पत्थर हासिल कर रहा है और इतिहास रच रहा है। दुनिया हमारे विकास को देख रही है। सरकार की सभी नीतियों के मूल में आम आदमी का कल्याण है।