IAF: भारतीय वायु सेना ने हाल ही में वायु सेना स्टेशन सूर्यलंका में आयोजित अभ्यास अस्त्रशक्ति-2023 (Astrashakti 2023) के दौरान अपने इन-हाउस डिजाइन और विकसित SAMAR वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का सफल फायरिंग परीक्षण किया है। मिसाइल प्रणाली का प्रदर्शन पहले ही वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और वायु सेना उप प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह देख चुके हैं। इस मिसाइल सिस्टम को पहली बार एक्सरसाइज में शामिल किया गया है, जिसका मकसद सतह से हवा में मार करने वाली हथियार प्रणालियों का टेस्ट करना और उनके ऑपरेशनल फील्ड ट्रायल को अंजाम देना रहा।
अस्त्रशक्ति-2023 के दौरान किया परीक्षण
आईएएफ अधिकारी ने कहा, “भारतीय वायु सेना ने हाल ही में वायु सेना स्टेशन सूर्यलंका में आयोजित अभ्यास अस्त्रशक्ति-2023 (Astrashakti 2023) के दौरान अपने इन-हाउस डिजाइन और विकसित SAMAR वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का सफल फायरिंग परीक्षण किया है। वायु रक्षा प्रणाली ‘SAMAR’ (सतह से- सुनिश्चित प्रतिशोध के लिए वायु मिसाइल) को भारतीय वायुसेना के रखरखाव कमान के तहत एक इकाई द्वारा विकसित किया गया है।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम
इस मिसाइल सिस्टम को पहली बार एक्सरसाइज में शामिल किया गया, जिसका मकसद सतह से हवा में मार करने वाली हथियार प्रणालियों का टेस्ट करना और उनके ऑपरेशनल फील्ड ट्रायल को अंजाम देना रहा। अधिकारियों ने बताया कि मिसाइल सिस्टम ने विभिन्न युद्ध परिदृश्यों मेंफायरिंग ट्रायल टारगेट को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया। यह सिस्टम 2 से 2.5 मैक की गति वाली मिसाइलों के हवाई खतरों का सामना कर सकता है। IAF अधिकारियों ने कहा कि SAMAR सिस्टम में ऐसा लॉन्च प्लेट फॉर्म लगा है, जो खतरा होने पर सिंगल और सैल्वो मोड में 2 मिसाइलों को लॉन्च कर सकता है।
आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में कदम मालूम हो कि इस मिसाइल सिस्टम का प्रदर्शन पहले ही वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और वायुसेना वाइस चीफ एयर मार्शल एपी सिंह देख चुके हैं। इंडियन एयर फोर्स के मेंटेनेंस कमांड के चीफ एयर मार्शल वीभास पांडे ने हवाई अड्डे का दौरा किया। पांडे ने उन अधिकारियों और कर्मियों सहित क्रू मेंबर्स से भी मुलाकात की, जिन्होंने इस सिस्टम को इन-हाउस विकसित करने के लिए काम किया है। बता दें कि वायुसेना ने दूसरी हथियार प्रणालियों का भी परीक्षण किया और इसमें अहम सफलता हासिल की। भारतीय वायुसेना आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने को लेकर केंद्र सरकार के निर्देशों के तहत काम कर रही है।
वायुसेना अकादमी में पासिंग आउट परेड की समीक्षा
दूसरी ओर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को हैदराबाद के बाहरी इलाके डंडीगल में वायुसेना अकादमी में 212 ऑफिसर्स कोर्स की संयुक्त स्नातक परेड (CGP) की समीक्षा की। पासिंग आउट परेड भारतीय वायुसेना में विभिन्न शाखाओं के फ्लाइट कैडेटों के प्री कमीशन प्रशिक्षण के सफल समापन का प्रतीक है। कार्यक्रम के दौरान राजनाथ ने स्नातक प्रशिक्षुओं को राष्ट्रपति कमीशन प्रदान किया।