भोपाल। कांग्रेस जो छोड़कर जा रहे हैं उनके लिए विचारधारा से अधिक अपने कारोबार और धंधे की चिंता है। वास्तव में राजनीति विचारधारा की लड़ाई है, लेकिन कुछ लोग इसे अपने धंधे और दलाली का माध्यम बना लिया है। ऐसे लोग किसी पार्टी के नहीं होते, उनके लिए विचारधारा और अंतरआत्मा की आवाज कोई मायने नहीं रखती, ऐसे लोग अवसरवादी होते हैं, जब कांग्रेस की सत्ता आएगी तो यही लोग पुन: कांग्रेस में वापस आ जाएंगे। यह बात मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होनेवालों के लिए कही है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे अकेले जा रहे हैं, जनता उनके साथ नहीं जा रही। क्योंकि उन्हें जनता की चिंता नहीं बल्कि अपने कारोबार की चिंता है। बता दें कि कांग्रेस ने दिग्विजय को राजगढ़ से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने रविवार को नलखेड़ा में मां बगलामुखी माता की पूजा-अर्चना की। मंदिर में हवन-पूजन किया।
नलखेड़ा से शुरू कर रहे वादा निभाओ पदयात्रा
दिग्विजय नलखेड़ा से ‘वादा निभाओ’ पदयात्रा शुरू कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा में आने वाली 8 विधानसभा में पदयात्रा करेंगे। 8 दिन तक रोज 20 से 25 किलोमीटर पैदल चलेंगे। पदयात्रा को ‘वादा निभाओ’ यात्रा नाम दिया है। बता दें कि पदयात्रा के जरिए दिग्विजय सिंह जनता से जुड़ने का प्रयास करेंगे। जहां दिग्विजय सिंह नहीं पहुंचेंगे वहां पर क्षेत्रीय नेता 20-20 किलोमीटर की दो पदयात्रा करेंगे। एक विधानसभा में 60 किलोमीटर पैदल यात्रा करने की रणनीति है। दिग्विजय सिंह 30 साल बाद अपने गढ़ राजगढ़ से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।