भोपाल। राधारमण आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज रिसर्च हॉस्पिटल में शरीर रचना विभाग द्वारा बीएएमएस के विद्यार्थियों को शव विच्छेदन पूर्व ली जाने वाली शव शपथ दिलाई गई। इस शपथ का उद्देश्य छात्रों में मानव शव के साथ सर्वोच्च सम्मान के साथ व्यवहार करना, शव की गोपनीयता का सम्मान करना और मृतक तथा उनके परिवार द्वारा किये गए बलिदान से प्राप्त ज्ञान का उपयोग समाज की सेवा में लगाने की भावना को आजीवन ध्यान में रखना व उसका पालन करना होता है। राधारमण आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. भूपेंद्र मिश्रा व उप प्राचार्य डॉ. प्रमेन्द्र रघुवंशी व डॉ. पूजा शाक्य ने छात्र छात्राओं को यह शपथ दिलाई। इस दौरान डॉ भूपेंद्र ने कहा कि मानव शरीर (कैडवेरिक) को प्रत्येक चिकित्सक का प्रथम शिक्षक कहा जाता है क्योंकि मानव शरीर के माध्यम से ही मेडिकल छात्रों को पेशेवर सिद्धांत, ज्ञान, आचरण और परोपकारी व्यवहार की जानकारी मिलती है।