Monday, August 4, 2025
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एमपी के निगम-मंडलों में जल्द होंगी नियुक्तियां, दिल्ली से आई हरी झंडी

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भोपाल: मध्यप्रदेश की राजनीति में एक दो दिन में बड़ा उठापटक होने जा रहा है। मुख्यमंत्री मोहन यादव के दिल्ली दौरे के बाद यह कयास लगने लगे हैं कि सूची फाइनल हो चुकी है। जी हां, इस सूची में निगम-मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियों से संबंधित है। सत्ता-संगठन में तालमेल के लिए नई दिल्ली में गुरुवार रात मध्यप्रदेश के सांसदों की बैठक हुई। नई दिल्ली के एमपी भवन में संपन्न हुई इस बैठक की खास बात यह है कि इसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के साथ ही पूर्व सीएम केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह, सह प्रभारी सतीश उपाध्याय, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद सहित लोकसभा एवं राज्यसभा के सांसद शामिल हुए।

क्षेत्रीय-सामाजिक संतुलन साधने की कोशिश

इस बैठक में क्षेत्रीय-सामाजिक संतुलन साधने की कोशिश की गई। इशारों ही इशारों में सबको साधने की कोशिश कर ली गई। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद वे गृहमंत्री अमित शाह के अलावा अन्य बड़े नेताओं से भी मिले। संगठन के नेताओं से भी उनकी चर्चा हुई। इसके बाद मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने के बाद अब निगम-मंडल, बोर्ड और आयोगों में राजनीतिक नियुक्तियों का रास्ता खुल गया है। ऐसे में जल्द ही कई पदों पर नई नियुक्तियों की घोषणा हो सकती है। दरअसल, पिछले दिनों ओबीसी आयोग के अध्यक्ष पद पर रामकृष्ण कुसमारिया की नियुक्ति हुई है। इसके बाद अब निगम-मंडल, बोर्ड, आयोग और प्राधिकरणों में राजनीतिक नियुक्तियों की प्रक्रिया को लेकर हलचल तेज हो गई है। चर्चा है कि खुद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद अनुमोदित सूची में शामिल नामों की नियुक्तियों के आदेश जारी करेंगे।

ऐसे किया गया चयन

भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने संगठनात्मक अनुभव, क्षेत्रीय संतुलन और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखा है। पूर्व मंत्री, संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद और कुछ वर्तमान विधायकों को भी शामिल किया गया है। गौरतलब है कि वर्तमान में राज्य में निगम-मंडल, बोर्ड और आयोगों के लगभग तीन दर्जन से अधिक अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पद रिक्त हैं। डॉ. मोहन यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले 45 निगम-मंडलों और बोर्डों में की गई पूर्ववर्ती नियुक्तियों को रद्द कर दिया था। तब से यह पद रिक्त हैं।

ईंटों के नीचे दबे शव, कांप उठे लोग; मैहर में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से दो की जान गई

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मैहरः मध्य प्रदेश के मैहर जिले के मैहर-बरही मार्ग पर एक भीषण सड़क हादसा हो गया। दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। यह हादसा उस समय हुआ जब सीमेंट ईंटों से भरा ट्रैक्टर-ट्रॉली भदनपुर घाटी से उतरते वक्त अनियंत्रित होकर पलट गया। तेज रफ्तार और ढलान की वजह से वाहन पर ड्राइवर का नियंत्रण छूट गया। पूरी ट्रॉली पलटते ही दो लोगों की जान चली गई। मिली जानकारी मुताबिक ट्रैक्टर मैहर से सीमेंट की ईंटें लादकर भदनपुर होते हुए बंधी गांव की ओर जा रहा था। जैसे ही ट्रैक्टर भदनपुर घाटी पर पहुंचा, ढलान के दौरान ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया। लोडेड ट्रैक्टर ट्रॉली समेत सड़क किनारे पलट गया। हादसा इतना भयानक था कि दोनों व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई।

क्रेन की मदद से ट्रैक्टर ट्रॉली को हटाया

घटना के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। कुछ लोगों ने घायलों को निकालने की कोशिश की लेकिन दोनों की मौके पर ही सांसें थम चुकी थी। इसके बाद पुलिस ने क्रेन बुलाकर पलटे हुए ट्रैक्टर और ट्रॉली को सीधा कराया और शवों को बाहर निकाला।

दो लोगो की हुई मौत

हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान संजू कोल निवासी सतना और रामकथि कोल निवासी बंधी थाना बदेरा के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों सीमेंट की ईंटें लेकर सतना से अपने गांव बंधी लौट रहे थे। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। साथ ही मामले की जांच में जुटी है। हादसे के बाद से परिवार में कोहराम मचा है।

पीएम किसान की 20वीं किस्त 2 अगस्त को होगी जारी, पीएम मोदी वाराणसी से करेंगे ट्रांसफर

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कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने दी जानकारी, पीएम मोदी 11 बजे करेंगे किस्त जारी

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नई दिल्ली

पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त का करोड़ों किसानों को बेसब्री से इंतजार है, जो अब समाप्त होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 अगस्त को सुबह 11 बजे वाराणसी से इस किस्त को जारी करेंगे। इस योजना के तहत राजस्थान के 70 लाख से अधिक किसान रजिस्टर्ड हैं और उनके मोबाइल पर धनराशि ट्रांसफर का संदेश (SMS) बजने वाला है।

इस बार जून के बजाय अगस्त में आएगी किस्त

पिछले साल यह किस्त जून महीने में किसानों को प्राप्त हुई थी, लेकिन इस बार दो महीने की देरी से यह राशि 2 अगस्त को किसानों के खातों में पहुंचेगी। ट्रांसफर की प्रक्रिया के साथ किसानों को SMS द्वारा इसकी जानकारी दी जाएगी।

कृषि मंत्री ने दी जानकारी

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी के सेवापुरी क्षेत्र स्थित बनौली गांव में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान 1500 करोड़ रुपये से अधिक के पूर्ण विकास कार्यों का लोकार्पण किया जाएगा और उसी मंच से पीएम किसान की 20वीं किस्त भी जारी की जाएगी।

राजस्थान के 75 लाख किसानों को मिल चुका लाभ

राजस्थान में अब तक किसान सम्मान निधि योजना के तहत 75 लाख से अधिक किसानों के खातों में यह सहायता राशि पहुंच चुकी है। पूरे देश में इस योजना में करीब 10 करोड़ किसान पंजीकृत हैं।

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KYC नहीं होने पर रुक सकती है किस्त

इस बार केंद्र सरकार ने किसानों की KYC अनिवार्य की है। कई किसान KYC पूरी नहीं कर सके हैं, जिससे उनकी 20वीं किस्त अटक सकती है। इसके अलावा अब किसानों की जमीन का रिकॉर्ड किसान कार्ड से लिंक होना भी जरूरी कर दिया गया है, जिससे अपात्र किसानों को योजना से बाहर किया जा सके।

आयुक्त का नाले में उतरकर सफाई करता वीडियो हुआ वायरल, शहर में हो रही चर्चा

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नाले में ईंटें देखकर तुरंत हटाया, इंतजार करने का वक्त नहीं था – बोले आयुक्त

भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर में नगर निगम आयुक्त श्रवण कुमार विश्नोई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वे खुद नाले में उतरकर सफाई करते नजर आ रहे हैं। बारिश के कारण जलभराव की स्थिति का निरीक्षण करते समय आयुक्त ने ऑटोमोबाइल मार्केट क्षेत्र में एक अवरुद्ध नाले से अपने हाथों से ईंटें और पॉलीथिन हटाई।

शहर में रात से रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे कई कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं। इसी के मद्देनज़र जिला कलेक्टर के निर्देश पर आयुक्त विश्नोई मौके पर हालात का जायजा लेने निकले थे। निरीक्षण के दौरान जब उन्होंने देखा कि नाले में कचरा और मलबा जमा होने से जल निकासी बाधित हो रही है, तो उन्होंने सफाई कर्मचारियों का इंतज़ार किए बिना स्वयं नाले में उतरकर सफाई शुरू कर दी।

इस दौरान किसी स्थानीय व्यक्ति ने उनका वीडियो बना लिया, जो अब वायरल हो चुका है और शहर भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग आयुक्त की इस कार्यशैली की जमकर सराहना कर रहे हैं।

मीडिया से बातचीत में आयुक्त ने कहा, “ऐसे छोटे-मोटे काम खुद करने में कोई बुराई नहीं। अगर किसी को बुलाते तो वह आने में वक्त लगाता, इसलिए मैंने खुद ही नाले से मलबा हटा दिया।”

आयुक्त ने यह भी बताया कि शहर की लगभग सभी कॉलोनियों में जलभराव की समस्या बनी हुई है। पंप सेट की मांग के अनुसार उन्हें लगाया जा रहा है और जल निकासी के प्रयास लगातार जारी हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द हालात सामान्य होंगे।

इंदौर: आज से तीन फ्लाइट्स बंद, यात्रियों को मिलेगा रिफंड या कनेक्टिंग ऑप्शन

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इंदौर। इंदौर एयरपोर्ट से तीन शहरों के लिए चलने वाली सीधी फ्लाइट बंद हो गई है। आज से ही यह फ्लाइट इंडिगो एयरलाइंस के द्वारा बंद कर दी गई हैं। इससे इंदौर से नासिक, उदयपुर और जोधपुर के लिए लोगों को सीधी फ्लाइट मिलना बंद हो जाएगी। इन तीनों फ्लाइट का संचालन इंडिगो एयरलाइंस कंपनी कर रही थी जिसने तीनों ही रूटों पर कुछ दिन पहले एडवांस बुकिंग बंद कर दी थी। वहीं जिन यात्रियों ने बहुत पहले से एडवांस बुकिंग करा ली थी, उन्हें कंपनी अब रिफंड या फिर कनेक्टिंग फ्लाइट का ऑप्शन दे रही है।

यह फ्लाइट आज से बंद

जोधपुर फ्लाइट (6E-7358/7359): सुबह 10:40 बजे इंदौर से रवाना होकर 12:20 बजे जोधपुर पहुंचती थी। वापसी में यह फ्लाइट दोपहर 12:45 बजे जोधपुर से उड़ान भरकर 1:15 बजे इंदौर आती थी।
उदयपुर फ्लाइट (6E-7348/7424): दोपहर 2:40 बजे इंदौर से रवाना होकर 3:40 बजे उदयपुर पहुंचती थी। वहां से शाम 4:20 बजे रवाना होकर 5:25 बजे इंदौर लौटती थी।
नासिक फ्लाइट (6E-7109/7155): दोपहर 2:45 बजे इंदौर से रवाना होकर 3:55 बजे नासिक पहुंचती थी। नासिक से शाम 4:15 बजे उड़ान भरकर 5:25 बजे इंदौर लौटती थी।

अब यह विकल्प

इंदौर से जोधपुर के लिए चार कनेक्टिंग फ्लाइट हैं। इंदौर से यात्री अब उदयपुर के लिए इंदौर से वाया दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु होते हुए जा सकेंगे। 10 से ज्यादा फ्लाइट इंदौर से मिलेंगी। इसी तरह इंदौर से नासिक जाने वाली यात्री इंदौर से वाया दिल्ली और हैदराबाद की कनेक्टिंग फ्लाइट लेकर नासिक जा सकेंगे। हालांकि इन कनेक्टिंग फ्लाइट का किराया आम फ्लाइट से दो से ढाई गुना तक लगेगा।

भोपाल: रेलवे ट्रैक पर पहली बार 125 की रफ्तार, सुरक्षा अधिकारियों ने दी हरी झंडी

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भोपाल। भोपाल-रामगंज मंडी नई रेलवे लाइन परियोजना के अंतर्गत जरखेड़ा से शामपुर के बीच नव निर्मित रेलखंड का रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मनोज अरोरा द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने 125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रायल रन कर इस रेलखंड की संरचनात्मक एवं तकनीकी मजबूती की जांच। करीब 11 किलोमीटर लंबे इस खंड की प्रारंभिक जांच मोटर ट्राली के माध्यम से की गई, जिसमें स्टेशन यार्ड, ट्रैक, सिग्नलिंग और अन्य तकनीकी पहलुओं का गहन निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सीआरएस के साथ परियोजना के वरिष्ठ अधिकारी, अपर मंडल रेल प्रबंधक भोपाल योगेन्द्र बघेल, मुख्य परियोजना प्रबंधक विजय पाण्डेय, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) एमएस हाशमी और उप मुख्य अभियंता (निर्माण) मो. वसीम भी उपस्थित रहे।

परियोजना की ये हैं विशेषताएं

– भोपाल-रामगंज मंडी रेलवे लाइन की कुल लंबाई: 276 किमी
– कुल अनुमानित लागत: 3,035 करोड़ रुपये।
– इसमें से 111 किमी रेलखंड भोपाल रेल मंडल क्षेत्र में आता है।
– यह लाइन भोपाल, सीहोर, राजगढ़ (मध्यप्रदेश) और झालावाड़, कोटा (राजस्थान) जिलों से होकर गुजरेगी।
– रेलमार्ग के चालू होने से यात्रा समय में करीब 3 घंटे की बचत होगी।
– केलकेरा मंदिर, कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट सहित अन्य क्षेत्रों को रेल नेटवर्क से कनेक्टिविटी मिलेगी।
– नया मार्ग ब्यावरा-झालावाड़ मार्ग की तुलना में 42 किमी छोटा होगा, जिससे ईंधन और समय दोनों की बचत होगी।
– भोपाल मंडल क्षेत्र के लिए परियोजना बजट: 1,255 करोड़ रुपये।
– दिसंबर 2027 तक परियोजना के पूर्ण होने का लक्ष्य निर्धारित।

सीधी और निर्बाध रेल कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी

मंडल रेल प्रबंधक, भोपाल देवाशीष त्रिपाठी ने बताया कि इस परियोजना के पूर्ण होने से भोपाल और कोटा मंडल के विभिन्न स्टेशनों के बीच सीधी और निर्बाध रेल कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी। इससे न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी बल्कि माल परिवहन में भी अत्यधिक दक्षता आएगी।

यूपी नए मुख्य सचिव SP गोयल रहे अलीगढ़ के DM-CDO, ग्रामीण विकास में छोड़ा प्रशासनिक निशान

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अलीगढ : यूपी के नए मुख्य सचिव एसपी गोयल का अलीगढ़ से पुराना नाता है। वह अलीगढ़ में डीएम और सीडीओ रहे। यहां उन्होंने अपनी प्रशासनिक सेवाएं दीं। 

उत्तर प्रदेश सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एसपी गोयल को राज्य का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है। वे इससे पहले अलीगढ़ में मुख्य विकास अधिकारी और जिलाधिकारी के पद पर कार्यरत रह चुके हैं। एसपी गोयल ने वर्ष 1996 से 1997 तक अलीगढ़ के मुख्य विकास अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दीं। 

इस दौरान उन्होंने गरीब और वंचित वर्ग के लोगों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं और योजनाएं शुरू की थीं। उनके कार्यकाल को याद करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवराज जीवन ने बताया कि गोयल ने शीशियापाड़ा में एक सिलाई केंद्र का उद्घाटन किया था, जिससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिली।

बिना सोचे जान दे दी: मासूम को बचाने युवक ने लगाई कुएं में छलांग, दोनों की मौत

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मंदसौर। मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र के गांव पिपलिया कराड़िया में एक दर्दनाक हादसा हो गया। बकरियां चराने गए एक बच्चा कुएं में गिर गया, जिसे बचाने के लिए युवक ने खुद भी कुएं में छलांग लगा दी, लेकिन दोनों की मौत हो गई, जिससे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।

जानकारी के अनुसार, पिपलिया कराड़िया निवासी 15 वर्षीय संदीप चंद्रवंशी गुरुवार को गांव के पास बकरियां चराने गया था। इस दौरान वह एक कच्चे कुएं से पानी पीने उतरा और पैर फिसलने से वह कुएं में गिर गया। संदीप को डूबता देख 30 वर्षीय कमलेश वाल्मीकि ने उसे बचाने के लिए कुएं में छलांग लगा दी, लेकिन दुर्भाग्यवश वह भी बाहर नहीं निकल सका। सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। नाहरगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से दोनों के शव कुएं से बाहर निकाले गए। टीआई प्रभात गौड़ ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर हादसे की जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद गांव में गमगीन माहौल है। दोनों युवकों के परिवारों में कोहराम मच गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

डिप्टी सीएम ने जताया शोक

मल्हारगढ़ विधायक एवं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने इस दुखद हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि “मल्हारगढ़ विधानसभा के गांव पिपलिया कराड़िया में कमलेश वाल्मीकि और संदीप चंद्रवंशी की कुएं में डूबने से मृत्यु का समाचार अत्यंत दुःखद है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को अपने परम धाम में स्थान दें और परिजनों को संबल प्रदान करें।

जोकचंद ने की आर्थिक सहायता देने की मांग

मल्हारगढ़ विधानसभा के किसान नेता श्यामलाल जोकचंद ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “पिपलिया कराड़िया गांव में पानी पीने कुएं में डूब रहे संदीप चंद्रवंशी को बचाने के लिए कमलेश वाल्मीकि भी कूद गया। दोनों की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। मैं दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। शासन-प्रशासन से मांग करता हूं कि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।

आदेश के बाद भी कुओं की नहीं बनाई गई मुंडेर

यह कोई पहला मामला नहीं है जब बिना मुंडेर के कुएं ने किसी की जान ली हो। इसके पूर्व भी मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र में ही एक कार बिना मुंडेर के कुएं में गिर गई थी, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद जिला प्रशासन ने बिना मुंडेर वाले कुओं की मुंडेर बनाने के आदेश जारी किए थे। लेकिन, जिले में कई स्थानों पर कुओं की मुंडेर नहीं बनाई गई। यही कारण है कि गुरुवार को एक बार फिर दो की मौत हो गई।

सतना में बदहाल व्यवस्था: कीचड़ से होकर शव को खाट पर ले जाना पड़ा पीएम के लिए

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सतना। जहा एक ओर देश में डिजिटल इंडिया और विकसित भारत की बात होती है। वहीं, सतना जिले की हकीकत इन दावों को शर्मसार करती है। रैगांव विधानसभा अंतर्गत आने वाले पुरवा गांव की उसरहाई आदिवासी बस्ती में एक 17 वर्षीय नाबालिग की मौत के बाद जो दृश्य सामने आया, उसने सभी को झकझोर कर रख दिया।

आशिकी कोल पुत्र महेश कोल खेत में बने एक कुएं में गिर गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद उसका शव वाहन तक नहीं पहुंच पाया, क्योंकि गांव तक जाने के लिए न तो कोई पक्की सड़क है, न ही कच्चा रास्ता वाहन चलाने लायक। कीचड़ और दलदल से भरे रास्ते ने शव ले जाने वाले वाहन को आधे रास्ते में रोक दिया। परिवार वालों ने मजबूरी में शव को चारपाई पर रखा और नंगे पांव, कीचड़ भरे रास्तों से डेढ़ किलोमीटर दूर गांव तक लाए। आंखें नम थीं, पांव थक चुके थे, लेकिन न कोई सरकारी मदद, न कोई मूलभूत सुविधा, सिर्फ एक सवाल और गहरी चुप्पी।

घटना की सूचना मिलते ही थाना कोठी प्रभारी गिरजा शंकर बाजपेई, जनपद सदस्य प्रतिनिधि धीरेन्द्र सिंह और ग्राम पंचायत पुरवा के सरपंच पवन सिंह मोनू ने शव को डायल 100 की मदद से कोठी अस्पताल पहुंचाने में सहयोग किया। लेकिन जब परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव को वापस ला रहे थे, तो वहीं दुर्दशा दोबारा सामने आई, वाहन गांव से काफी पहले कीचड़ में फंस गया। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने वर्षों से केवल वादे सुने हैं। नेता आते हैं और भाषण देते हैं। लेकिन, जब जरूरत होती है, कोई नहीं दिखता, हम आज भी नारकीय हालात में जी रहे हैं।
 

रेलवे का रेल मदद एप…….यात्रा के दौरान आपका बनेगा मददगार 

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नई दिल्ली । भारतीय रेलवे ने यात्रियों की समस्याओं के समाधान और यात्रा को सुगम बनाने के लिए रेल मदद ऐप लांच किया है। यह एप 2018 में पूर्व रेल और कोयला मंत्री पीयूष गोयल द्वारा लांच किया गया था।
इस रेल एप की प्रमुख विशेषताएँ: यात्री मोबाइल फोन/वेब के माध्यम से शिकायतें दर्ज कर सकते हैं। शिकायतों के निवारण की स्थिति पर रीयल-टाइम फीडबैक मिलता है। शिकायत दर्ज करने पर तुरंत एसएमएस के माध्यम से आईडी मिलती है, और कार्रवाई की जानकारी कस्टमाइज्ड एसएमएस द्वारा मिलती है। सफाई, सुरक्षा, ट्रेन में देरी या भोजन जैसी किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज की जा सकती है। यात्रा के दौरान रेलवे सेवाओं के बारे में प्रतिक्रिया दी जा सकती है। यात्री यात्रा के दौरान चिकित्सा सहायता भी प्राप्त कर सकते हैं।
यह ऐप यात्रियों को अपनी शिकायतें और फीडबैक आसानी से रेलवे तक पहुँचाने में मदद करता है, जिससे रेलवे अपनी सेवाओं को बेहतर बना सके।

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