भोपाल। भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह को काराकाट संसदीय सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ना भारी पड गया है। भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी प्रत्याशी के विरोध में चुनाव लडने पर पवन सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। गौरतलब है कि पवन सिंह को पार्टी ने चुनाव न लडने की नसीहत दी थी, लेकिन उन्होंने पार्टी के फैसले को चुनौती देते हुए निर्दलीय मैदान में उतर गए। जिससे पार्टी ने उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। काराकाट से एनडीए ने उपेंद्र कुशवाह को मैदान में उतारा था। पार्टी ने दल विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के बाद पवन सिंह को निष्कासित कर दिया है। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पवन सिंह के खिलाफ यह कड़ा आदेश दिया है। भाजपा के बिहार इकाई के अरविंद शर्मा ने हस्ताक्षर से जारी पत्र में लिखा गया है कि लोकसभा चुनाव में आप एनडीए के अधिकृत उम्मीदवार के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे हैं आपका यह कार्य दल विरोधी है, जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है तथा पार्टी अनुशासन के विरुद्ध आपने यह कार्य किया है। अतः आपको दल विरोधी इस कार्य के लिए माननीय प्रदेश अध्यक्ष के आदेश अनुसार पार्टी से निष्कासित किया जाता है। इससे पहले यह कयास लगाए जा रहे थे कि काराकाट लोकसभा सीट के निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह अपना नामांकन वापस नहीं लेते हैं तो पार्टी उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकती है।
नामांकन वापस नहीं लेने पर हुई कार्रवाई
वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 के लिए नामांकन वापस लेने की आखिरी डेट 17 मई थी पहले दिया गया यह बयान काफी सुर्खियों में रहा था और उनके खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही थी। बीजेपी नेता प्रेम कुमार ने अपने बयान दिया था कि अभिनेता पवन सिंह काफी लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा रहे हैं। ऐसे में अगर वह निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं, अगर वह समय रहते अपना नामांकन वापस नहीं लेते हैं तो उन पर पार्टी बड़ी कार्रवाई करेगी।