भोपाल। राजधानी भोपाल के रवीन्द्र भवन में जनजातीय अभिव्यक्तियों के राष्ट्रीय उत्सव ‘उत्कर्ष’ और ‘उन्मेष’ का आयोजन गुरुवार तीन अगस्त से पांच अगस्त तक किया जा रहा है। गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ‘उत्कर्ष’ और ‘उन्मेष’ का शुभारंभ करने भोपाल पहुंची हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सुबह सवा ग्यारह बजे भोपाल विमान तल पर पहुंचीं। जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने उनका पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। इसके बाद राष्ट्रपति सीधे रवीन्द्र भवन पहुंचीं जहां उन्होंने ‘उत्कर्ष’ और ‘उन्मेष’ का शुभारंभ किया। रवीन्द्र भवन पहुंचने पर राष्ट्रपति मुर्मु का करीब 500 कलाकारों ने भगोरिया नृत्य के साथ शानदार स्वागत किया। पूरे रवीन्द्र भवन को जनजातीय कलाकृतियों से सजाया गया है।
लोक कलाकारों ने भी नृत्य करके राष्ट्रपति का स्वागत किया
अलग-अलग राज्यों के लोक कलाकारों ने भी नृत्य करके राष्ट्रपति का स्वागत किया है। आयोजन में देश के 36 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के करीब 800 कलाकार शामिल होंगे। तीन दिवसीय आयोजन में सौ भाषाओं के 500 से अधिक लेखक भी शामिल होंगे। प्रतिदिन 12 राज्यों के जनजातीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी। रवीन्द्र भवन में राष्ट्रपति के सुरक्षा के लिए एक हजार पुलिसकर्मी तैनात किए जा रहे हैं। वहीं एक हजार पुलिसकर्मी सड़क मार्ग पर सुरक्षा-व्यवस्था और यातायात व्यवस्था को संभालने के लिए तैनात किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु गुरुवार सुबह 11:30 बजे भोपाल विमानतल पर पहुंचीं और वहां से 11:40 बजे रवीन्द्र भवन पहुंचीं। इसके बाद वे ‘उत्कर्ष’ और ‘उन्मेष’ कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगी। राष्ट्रपति 1:30 बजे रवीन्द्र भवन से राजभवन रवाना हो गई हैं, जहां दोपहर भोजन करेंगी। राष्ट्रपति 4:15 बजे राजभवन से रवाना होकर 4:35 बजे भोपाल विमान तल पहुंचेंगी और 4:40 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगी।
मार्ग परिवर्तित, दो हजार जवान तैनात
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के भोपाल एयरपोर्ट पहुंचने से आधे घंटे पहले से भोपाल एयरपोर्ट से रवीन्द्र भवन तक जाने वाले मार्ग को सामान्य यातायात के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं रवीन्द्र भवन से राजभवन के बीच भी राष्ट्रपति के आवागमन के दौरान यातायात प्रतिबंधित है। शाम को राष्ट्रपति भवन के वापस जाते समय भी संबंधित मार्ग पर यातायात प्रतिबंधित किया गया है। यातायात को परिवर्तित मार्ग से निकाला जाएगा। सुरक्षा-व्यवस्था के लिए एक हजार जवानों को रवीन्द्र भवन और एक हजार पुलिसकर्मी अन्य मार्गों पर राष्ट्रपति के दौरे के दौरान लगाई गई है।