भोपाल, MP : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संचार क्षेत्र में नित नए आयाम जुड़ रहे हैं। उपभोक्ताओं को इनका लाभ दिलवाने के लिए ठोस पहल की जा रही है। उज्जैन में महाकाल लोक से इसी माह 5जी टेलीकॉम सेवाएँ शुरू हो रही हैं। इन्दौर और भोपाल के अलावा अन्य धार्मिक, आध्यात्मिक महत्व के स्थानों पर भी ये सेवाएँ प्रारंभ करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री चौहान ने आज मुम्बई पहुँच कर आगामी जनवरी माह में इन्दौर में हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए निवेशकों को निमंत्रण भी दिया।
मुख्यमंत्री चौहान ने मुम्बई में रिलायंस जियो के पदाधिकारियों के साथ हुई चर्चा के बाद बताया कि छतरपुर जिले के विश्व धरोहर स्थल खजुराहो और जबलपुर के निकट पर्यटन स्थल भेड़ाघाट में भी 5 जी सर्विस के फ्री वाय-फाय जोन स्थापित किए जाएंगे। मध्यप्रदेश में रिलायंस जियो संचार क्षेत्र में सेवाएँ देते हुए 50 प्रतिशत से अधिक मार्केट शेयर और रिलायंस रिटेल के स्टोर्स संचालित कर रहा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज टेली कम्युनिकेशन के अलावा वस्त्र व्यवसाय, केमिकल्स, हाईड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन और वित्तीय सेवाओं में संलग्न है। मध्यप्रदेश में कंपनी के व्यापार का काफी विस्तार हुआ है।
निवेशकों से हुई चर्चा
मुख्यमंत्री चौहान ने मुंबई में निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा में उन्हें जनवरी में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए आमंत्रित किया और प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की। इनमें प्रमुख रूप से महेन्द्रा एण्ड महेन्द्रा, हिन्दुस्तान यूनिलीवर, बी.पी.सी.एल, केमेरिक्स बायोटेक, सिमबायोटेक फार्मा लेब, गुफिक बायोसाईंसेस और पीरामल ग्रुप शामिल हैं। मुख्यमंत्री चौहान बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज में इन्फोबीन्स लिमिटेड के उद्घाटन समारोह में भी शामिल हुए। उन्होंने फार्मा और मेडिकल डिवाइसेस मैन्युफैक्चर्स के साथ भी चर्चा की।
मध्यप्रदेश में औद्योगिक के अनुकूल है वातावरण
मुख्यमंत्री चौहान ने निवेशकों को बताया कि आगामी 11-12 जनवरी को इन्दौर में हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उद्योग क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने निवेशकों को इस समिट में पधारने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री चौहान ने निवेशकों को बताया कि मध्यप्रदेश में करीब सवा लाख एकड़ क्षेत्र का लैंड बैंक, 24 घंटे बिजली, तीस दिन में अपना व्यवसाय शुरू करने की उदार नीति, कुशल मानव संसाधन, औद्योगिक शांति, सुदृढ़ कानून-व्यवस्था, उपलब्ध है। आत्म-निर्भर भारत के लिए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश में आत्म-निर्भरता के प्रमुख स्तंभों अधो-संरचना, सुशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, अर्थ-व्यवस्था और रोजगार पर फोकस करते हुए निरंतर कार्य हो रहा है। जहाँ तक टेक्सटाइल्स पॉलिसी की बात है, में भी रेडीमेड उद्योग के लिए अनुकूल वातावरण है और ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भी अनेक कंपनियाँ कार्य कर रही हैं। मध्यप्रदेश में अधो-संरचनात्मक विकास हुआ है। इसका लाभ औद्योगिक इकाइयों को भी मिल रहा है। प्रदेश के जरूरतमंद लोगों को रोजगार देने का कार्य आसान हुआ है। प्रारंभ में मुख्यमंत्री चौहान ने ताज प्रेसीडेन्ट में “इन्वेस्टमेंट अपॉर्च्युनिटीज इन मध्यप्रदेश” कार्यक्रम का दीप जला कर शुभारंभ किया। औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और मध्यप्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न उद्योगपति और निवेशक उपस्थित थे।