शहडोल अस्पताल में महिला की मौत, घंटों शव वाहन का इंतजार करते रहे परिजन, नहीं मिली मदद

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शहडोल: मध्य प्रदेश के शहडोल जिला अस्पताल से मानवता को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई है. यहां रविवार को इलाज के दौरान एक महिला की मौत हो गई. मृतका के परिजन शव घर ले जाने के लिए अस्पताल के बाहर घंटों इंतजार करते रहे, लेकिन वहां उनकी कोई सुनने वाला नहीं था. यह सब तब हुआ, जब शव वाहन पास में खड़ा था पर ड्राइवर नहीं आया. वैसे तो मध्य प्रदेश सरकार गरीब-असहाय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का वादा करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही तस्वीर बयां करती है.

मानवता को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर

प्रदेश सरकार के द्वारा मध्य प्रदेश के सभी जिलों में शव वाहन उपलब्ध करवाएं गए हैं, लेकिन अस्पताल प्रबंधन व जिम्मेदारों के लापरवाह रवैये के चलते गरीब जरूरतमंद को समय पर इन सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता है. ऐसा ही वाकया रविवार को शहडोल जिला अस्पताल परिसर पर घटा, जिसकी वजह से एक बार फिर सवालों के घेरे में पूरा स्वास्थ्य विभाग का सिस्टम खड़ा नजर आ रहा है. शहडोल जिला अस्पताल में टेंघा गांव की रहने वाली अगस्या कुशवाहा नाम के महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई थी.

शव वाहन के इंतजार में बैठा रहा परिवार

महिला की मौत होते ही परिजन उसके शव को घर ले जाने के लिए शव वाहन की तलाश में इधर-उधर घूमने लगे, लेकिन इंसानियत तब शर्मसार हो गई. जब शव को ले जाने वाली शव वाहन सेवा पूरी तरह से ठप नजर आई. परिवार शव वाहन के इंतजार में शव के साथ अस्पताल कैंपस में ही 4 से 5 घंटे तक बैठा रहा, लेकिन उन्हें पार्थिव शरीर को ले जाने के लिए शव वाहन नहीं मिल सका था. जबकि शव वाहन अस्पताल परिसर में खड़ा था, बस परेशानी इतनी थी कि उसका ड्राइवर नहीं आया था. परिजन शव को ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से मदद करने के गुहार लगाते रहे, लेकिन कोई उनकी बात सुनने वाला नहीं था.

'गरीब को मरने के बाद भी इज्जत नहीं'

मृत महिला के दामाद दुर्गेश कुशवाहा ने प्रशासन की इस व्यवस्था से दुखी होकर कहा कि "गरीबों को जीते जी न इलाज की सुविधा मिलती है और न ही मरने के बाद इज्जत मिलती है. यही कारण है कि सरकारी योजना होने के बाद भी हमें शव प्राइवेट वाहन से ले जाना पड़ रहा है."

 

 

    दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी

    इस पूरे घटनाक्रम पर शहडोल सीएमएचओ डॉक्टर राजेश मिश्रा का कहना है कि "मामला संज्ञान में आया हैं. मृतक के परिवार को शव वाहन क्यों नहीं मिला. इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी." फिलहाल जिम्मेदार अधिकारी को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है.