Alert: मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में वर्षा का दौर जारी है। राज्य में जोरदार वर्षा की वजह से कई जिलों में लोगों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तेज पानी के कारण नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। कई जिलों में हादसे भी हो रहे हैं। इस बीच मौसम विभाग ने आज मतलब सोमवार को भी कई जिलों में अति भारी वर्षा तो कई जिलों मे भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। छत्तीसगढ़ में भी वर्षा का दौर जारी रहेगा। मध्य प्रदेश के नौ जिलों में आज अति बारिश हो सकती है और 23 जिलों में आज बारिश से राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार 24 घंटे में 8 इंच बारिश हो सकती है। सिंगरौली, सतना, डिंडोरी, कटनी, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना और छतरपुर जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी हुआ है। जबकि जबलपुर, छिंदवाड़ा, सागर सहित 19 जिलों में भी तेज बारिश के आसार हैं।
बिजली गिरने की आशंका
पिछले 24 घंटे में मध्य प्रदेश के जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, नर्मदापुरम और ग्वालियर-चंबल संभाग के अधिकांश क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हुई। अब विदिशा, रायसेन, बैतूल, हरदा, शिवपुरी, श्योपुर, उमरिया, जबलपुर, छिंदवाड़ा और सागर में गरज चमक के साथ बिजली गिर सकती है। वहीं भिंड, दतिया, सीधी, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, दमोह, टीकमगढ़, निवाड़ी में भारी बारिश के असार हैं।
टॉप पर है ये जिला
बारिश के मामले में मध्य प्रदेश में सिवनी जिला टॉप पर चल रहा है। 1 जून से लेकर अब तक सिवनी में 22 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि दूसरे नंबर पर नरसिंहपुर है, जहां 20 इंच बारिश रिकार्ड की गई। जबकि छिंदवाड़ा, मंडला, सागर, इंदौर में 16 इंच बारिश हो चुकी है। वहीं प्रदेश के बालाघाट, डिंडोरी, अनूपपुर, जबलपुर, निवाड़ी, कटनी, पन्ना, शहडोल, उमरिया, बैतूल, भिंड, बुरहानपुर, देवास, हरदा, नीमच, रायसेन, रतलाम, सीहोर, शाजापुर, श्योपुर, शिवपुरी, उज्जैन और विदिशा में 12 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस वर्ष मॉनसून सबसे ज्यादा भिंड पर मेहरबान रहा है, जबकि सतना जिले में सबसे कम वर्षा दर्ज हुई है। आंकड़ों की बात करें तो पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से 9 प्रतिशत अधिक एवं पश्चिमी मध्यप्रदेश में औसत से 20 प्रतिशत से अधिक वर्षा हुई है।
छत्तीसगढ़ के मौसम का हाल
छत्तीसगढ़ के मौसम की बात करें तो आज प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादल छाए रहेंगे। इसके अतिरिक्त ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 18 जुलाई के पश्चात् से राज्य भर में तेज वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में इस वर्ष 1 जून से अब तक सामान्य से 14 प्रतिशत ज्यादा वर्षा हो चुकी है।