भिंड । भिंड-इटावा को जोड़ने वाले हाइवे क्वांरी पुल के पास शुक्रवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए गिट्टी से भरा हुआ 22 चक्का ट्राल नदी में जा गिरा। इस हादसे में ट्राला चालक और हेल्पर की मौत हो गई। रेस्क्यू टीम ने जहां हेल्पर के शव को ट्राला से निकालकर जिला अस्पताल भेज दिया है। वहीं चालक का शव केबिन में फंसा हुआ है। जिसे बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार गोहद से ट्राला क्रमांक यूपी 75 एटी 5576 गिट्टी भरकर शुक्रवार की सुबह इटावा के लिए निकला था। सुबह 7.30 बजे जब ट्राला क्वांरी पुल पर पहुंचा, तभी तेज रफ्तार में भिंड की ओर से आ रही यात्री बस ने ट्राला को ओवरटेक किया। इसके साथ इटावा की ओर से आ रहा अाटो ट्राला के सामने आ गया। बस और आटो को बचाने के चक्कर में ट्राला अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए नदी में जा गिरा। ट्राला में गिट्टी भरी हुई होने की वजह से यह दो हिस्सों में टूट गया। वहीं ट्राला चालक और हेल्पर ट्राला के नीचे दब गए। ट्राला को राहुल यादव यूपी के अछल्ला खेरिया जिला औरेया चला रहे थे। वहीं उनके साथ हेल्पर सुनील बैठे हुए थे। बताया जा रहा है कि दोनों मृतक आपास में मौसेरे भाई लगते हैं। हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर देहात, फूफ थाने के पुलिस और होमगार्ड के जवान पहुंचे।
ट्राला की केबिन में फंसा चालक का शव:
ट्राला के नदी में गिरते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में दो हाइड्रा मशीन और जेसीबी की मदद से ट्राला में फंसे चालक के शव को बाहर निकालने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। ट्राला की केबिन में चालक का शव फंसा हुआ होने की वजह से पिछले पांच घंटे केबिन को कटर की मदद से काटकर शव बाहर निकालने की कोशिश जारी है। जबकि हेल्पर के शव को ट्राला से बाहर निकालकर पीएम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है। मौके पर अटेर एसडीओपी दिनेश वैश्य, देहात थाना प्रभारी विनोद सिंह कुशवाह, फूफ थाना प्रभारी प्रमोद साहू, होमगार्ड के जवान, डा सिद्धार्थ चौहान फूफ बीएमओ सहित अन्य रेस्क्यू में जुटे हुए हैं।