Chhattisgarh News: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव हो गये है लेकिन मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मतदान के बाद भी एक्शन मोड में ही नजर आ रहे हैं। छतरपुर जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत मामले में दिग्विजय सिंह ने बीती रात धरना दिया। शनिवार 18 नवंबर को मृतक सलमान के घर खजुराहो पहुंचे। यहां उन्होंने परिवारजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। इसके बाद थाने पहुंचकर धरना शुरू कर दिया। साथ ही खटिया पर ही रात बिताई। उन्होंने कहा कि जब तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होती, यहां से नहीं हटूंगा। हालांकि छतरपुर एसपी के आश्वासन के बाद दिग्विजय सिंह का धरना खत्म हो गया है। उन्होंने कार्रवाई न होने पर बड़े आंदोलन की बात कही है।
कार्यकर्ताओं ने थाने के सामने टेंट लगाया
दिग्विजय के साथ उनकी पत्नी अमृता, छतरपुर कांग्रेस प्रत्याशी आलोक चतुर्वेदी, महाराजपुर कांग्रेस प्रत्याशी नीरज दीक्षित और राजनगर कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नातीराजा समेत कांग्रेस छतरपुर जिले के कांग्रेस अध्यक्ष एवं अनेक पदाधिकारी, कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। कार्यकर्ताओं ने थाने के सामने टेंट लगाया था। रात में दिग्विजय सिंह समर्थकों के साथ थाने के सामने ही बिस्तर लगाकर सो गए। इससे पहले उन्होंने कहा कि मैं अपने कार्यकर्ता को न्याय दिलाकर रहूंगा। मैं उनके परिवार के साथ हर समय हूं।
क्या है पूरा मामला
बता दें मतदान के एक दिन पहले 16 नवंबर को छतरपुर जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता सलमान खान की हत्या कर दी गई थी। इस मामले पर बीती रात राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और विधायक आलोक चतुर्वेदी पज्जन भैया ने मृतक सलमान खान के परिजनों के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए थाने के सामने टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन किया और रात थाने के सामने ही टेंट में ही बिताई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि मतदान के पहले विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी नाती राजा के ड्राइवर सलमान खान की हत्या गोली मारकर कर दी गई थी। इतना ही नहीं, उसे वाहन से कुचला भी गया था। इस हत्या का आरोप भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अरविंद पटेरिया समेत उनके समर्थकों पर लगा है। पुलिस ने भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया समेत 20 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था. फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर इंसाफ नहीं मिलता है तो पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं को यहां बुलाना पड़ेगा। थाने पर धरना दे रहे दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे मृतक के घर पर बैठे-बैठे 5 घंटे हो गए। जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो मजबूरी में मुझे थाने के सामने आकर बैठना पड़ा।
परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर गिरफ्तारी नहीं होती है तो मुझे मजबूरन प्रदेश के कार्यकर्ताओं को यहां बुलाना पड़ेगा। दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘कोई और होता तो मकान गिरा दिए जाते।’ इससे पहले दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिन पर हत्या की एफआईआर दर्ज हुई है, उनको अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? कोई और होता तो अब तक उनके मकान गिरा दिए जाते। मैं पीड़ित परिवार के साथ कल भी था, आज भी हूं और आगे भी रहूंगा। इसमें सबसे पहले गिरफ्तारी की जाए और पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। दिग्विजय सिंह ने मृतक के परिवार को गोद लेने की भी बात कही।