भोपाल। राजधानी भोपाल को जल्द ही एक और बायपास की सौगात मिलने जा रही है। राजधानी भोपाल के दक्षिणी भाग में चार लेन का बायपास बनाया जाएगा। तीन हजार के इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद जबलपुर से इंदौर जाने वाले वाहनों को भोपाल शहर में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा, इससे राजधानी भोपाल में बड़े वाहनों का दबाव कम होगा और जबलपुर से इंदौर जाने वाले वाहनों को भी 25 मिलोमीटर कम सफर तय करना पड़ेगा। आज गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में होने जा रही कैबिनेट की बैठक में लोक निर्माण विभाग के इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की संभावना है।
मंडीदीप से फंदा के बीच बनेगा बायपास
भोपाल में तीन हजार करोड़ रुपए में बनने वाले बायपास में एक रेलवे ब्रिज, दो फ्लायओवर और 15 अंडरपास बनाए जाएंगे। यह मंडीदीप के पहले से शुरू होकर कोलार रोड होते हुए फंदा के आगे देवास-इंदौर मार्ग से जुड़ेगा। लोक निर्माणा विभाग के अधिकारियों के अनुसार भोपाल का नया बाइपास 40.90 किमी का रहेगा। इस बायपास में भोपाल से इटारसी जाने वाली रेल लाइन भी आ रही है, जहां छह लेन का रेलवे ब्रिज भी बनाया जाएगा।
इस बाइपास के बनने से वाहन भोपाल शहर में नहीं आएंगे। मंडीदीप से कोलार, रातीबड़, फंदा होते हुए देवास-इंदौर मार्ग पर आ जाएंगे। चार लेन के इस बाइपास के साथ दो लेन की सर्विस रोड भी बनाई जाएगी। परियोजना लागत की चार प्रतिशत राशि पांच किस्तों में तो शेष राशि 15 वर्षों में किस्तों में दी जाएगी।
भोपाल एम्स को मिलेगी आठ हेक्टेयर और जमीन
आज गुरुवार हो होने जा रही कैबिनेट की बैठक में भोपाल में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को आठ हेक्टेयर से अधिक जमीन देने का प्रस्ताव है। यह जमीन एम्स को बच्चों के लिए पीडियाट्रिक्स विभाग और अन्य चिकित्सा इकाई बनाने के लिए दी जा रही है।