भोपाल । मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहीं अटकलों पर आज बुधवार को विराम लग गया। केंद्र सरकार ने 1984 बैच के अधिकारी इकबाल सिंह बैंस को छह माह की सेवावृद्धि दी है। उनका आज कार्यकाल समाप्त रहा था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें सेवावृद्धि देने के लिए नौ नवंबर को सिफारिश की थी, जिस पर यह निर्णय लिया गया है। अब सामान्य प्रशासन विभाग शाम तक एक दिसंबर से सेवावृद्धि संबंधी आदेश जारी करेगा। मंत्रालय के उच्च पदस्थ अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री चाहते थे कि इकबाल सिंह बैंस ही मुख्य सचिव रहें, ताकि जो कार्ययोजना तैयार की गई है, उस पर तेजी से अमल हो सके। अगले माह संभाग स्तर पर विभिन्न योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को हितलाभ वितरण के कार्यक्रम होने हैं। आठ, नौ और दस जनवरी को इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन होना है। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ दुनियाभर से तीन हजार से ज्यादा प्रतिनिधि भाग लेंगे। आयोजन के लिए गठित विभिन्न समितियों के अध्यक्ष मुख्य सचिव हैं औैर लगातार बैठकें हो रही हैं। वहीं, 11 और 12 जनवरी को इंदौर में ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होने वाली है। चुनाव के पूर्व यह शिवराज सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। इसके माध्यम से यह संदेश देने का प्रयास होगा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में निवेशकों का भरोसा है और वे प्रदेश में निवेश करना चाहते हैं। फरवरी-मार्र्च 2023 में बजट प्रस्तुत होगा, जो पूरी तरह से चुनावी होगा। इसमें सभी वर्गों का साधने के प्रयास किए जाएंगे। इसके अलावा अन्य कार्यक्रम भी होने हैं। यही कारण है कि मुख्यमंत्री ने इकबाल सिंह बैंस पर ही भरोेसा जताया और केंद्र सरकार से छह माह की सेवावृद्धि करा ली।
अनुराग जैन को नहीं छोड़ रहा केंद्र
उधर, इस पद के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे 1989 बैच के अधिकारी अनुराग जैन को केंद्र सरकार नहीं छोड़ रही है। उनके पास उद्योग, संवर्धन और आंतरिक व्यापार जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी है। गति शक्ति योजना को भी देख रहे हैं। एक दिसंबर को भोपाल में वे योजना के क्रियान्वयन को लेकर समीक्षा करेंगे।