MP News: मध्य प्रदेश की नवगठित विधानसभाके पहले सत्र की अधिसूचना जारी कर दी गई है। यह सत्र चार दिनों का होगा, जिसकी शुरुआत 18 दिसंबर से होगी और समापन 21 दिसंबर को होगा। सत्र के पहले दो दिन यानी 18 और 19 दिसंबर को नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी।जबकि तीसरे दिन विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव और राज्यपाल का अभिभाषण होगा। सत्र के चौथे और आखिरी दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतत्रता प्रस्ताव लाया जाएगा।
प्रमुख सचिव एपी सिंह ने बताया
विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने बताया कि विधानसभा परिसर बड़ा है। इसलिए जिला प्रशासन और पुलिस को अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने को कहा है। विधानसभा के प्रवेश द्वार पर एंट्री सभी दस्तावेजों की कड़ी जांच के बाद भी होगी। उन्होंने बताया कि 16वीं विधानसभा में अब तक 216 विधायकों ने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। बाकी विधायकों की भी प्रक्रिया एक-दो दिन में पूरी करा ली जाएगी। पहले दिन विधायकों के परिजन साथ आना चाहते हैं। ऐसे में उनके परिजनों के अलावा सिर्फ एक विजिटर को ही प्रवेश की अनुमति रहेगी।
चार दिन का है प्रथम सत्र
16वीं विधानसभा का प्रथम सत्र 18 दिसंबर से 21 दिसंबर तक चार दिन चलेगा। इसमें सोमवार और मंगलवार को दो दिन प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव सभी सदस्यों को शपथ दिलाएंगे। तीसरे दिन बुधवार को अध्यक्ष का निर्वाचन होगा। भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए नरेंद्र सिंह तोमर का नाम तय किया है। विधानसभा में दलीय स्थिति के अनुसार भाजपा की सदस्य संख्या 163 है, इसलिए चुनाव की स्थिति नहीं है। निर्विरोध निर्वाचन होना तय है। इसके बाद राज्यपाल का अभिभाषण और उस पर कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्ताव आएगा। अंतिम और चौथे दिन शासकीय कार्य के साथ ही राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्ताव के साथ सत्र समाप्त होगा।
राज्यपाल ने नियुक्त किया प्रोटेम स्पीकर
आपको बता दें, इससे पहले दिन में राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सबसे वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव को नए विधायकों को पद की शपथ दिलाने और छोटे सत्र के दौरान सदन के कामकाज का संचालन करने के लिए ‘प्रोटेम स्पीकर’ नियुक्त किया। पटेल ने राजभवन में मुख्यमंत्री मोहन यादव और अन्य की उपस्थिति में आयोजित एक समारोह में भार्गव को पद की शपथ दिलाई। उज्जैन दक्षिण से तीन बार के बीजेपी विधायक मोहन यादव ने बुधवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ दो विधायकों, जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला ने मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। बता दें कि पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 230 सीटों में से 163 सीटें जीत कर राज्य में अपनी सत्ता बरकरार रखी।