इंदौर में सोमवार को कांग्रेस ने निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों का काबू मेें करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग कर उन्हें खदेड़ दिया। आक्रोशित कार्यकर्ता बैरिकेड तोड़कर निगम परिसर में जाने की कोशिश में थे। इंदौर में प्राॅपर्टी टैक्स बढ़ने, खुले गढ्डे व अन्य समस्या को लेकर इंदौर के पार्षद और कांग्रेस कार्यकर्ता सोमवार को निगम मुख्यालय में प्रदर्शन करने पहुंचे। पहले उन्होंने मेेयर पुष्यमित्र भार्गव के खिलाफ नारेबाजी की।फिर उनका पुतला जला दिया।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ता बैरिकेड पर चढ़ गए और निगम परिसर की तरफ जाने लगे। पहले पुलिसकर्मियों ने लाठियों से उन्हें दूसरी तरफ धकेला। जब कार्यकर्ता नहीं माने तो पुलिस ने वॉटर कैनन का उपयोग कर उन्हें तितर-बितर कर दिया।
कांग्रेस के प्रदर्शन घोषणा के मद्देनजर निगम के मुख्य द्वार पर तगड़ा पुलिस बल तैनात किया गया था। कार्यकर्ताओं की भीड़ नगर निगम परिसर की तरफ बढ़ी तो पुलिस अफसरों ने उन्हें बैरिकेड से आगे नहीं जाने दिया। विधायक संजय शुक्ला,जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे बैरीकेट पर चढ़ गए और अफसरों को बुलाने की मांग करते हैं। विधायक पटवारी ने अफसरों से कहा कि चुनाव के समय मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने घोषणा पत्र में कहा था कि कोई नया टैक्स नहीं लगाया जाएगा लेकिन पांच सौ कालोनियों का संपत्तिकर बढ़ा दिया गया।
भाजपा की निगम परिषद शहर की जनता के साथ वादाखिलाफी कर रही है। चिंटू चौकसे ने कहा कि निगम की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है फिर भी करोड़ों के टेंडर जारी किए जा रहे हैं। निगम ने शहर को गड्ढों का लोक बना दिया है।, कांग्रेस पार्षदों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। प्रदर्शन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव, अरविंद बागड़ी, पिंटू जोशी, अमन बजाज, रफीक खान, अमित चौरसिया सहित अन्य नेता मौजूद थे।