नरेंद्र सलूजा : राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों मध्य प्रदेश से गुजर रही है मध्य प्रदेश में राहुल गांधी की यात्रा का आज तीसरा दिन है। इस दौरान सुबह-सुबह सत्तारूढ़ पार्टी BJP ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। मप्र कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग में उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ के करीबी नरेंद्र सलूजा ने भाजपा का दामन थाम लिया है। नरेंद्र सलूजा सिख समुदाय से आते हैं। उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में उनके आवास पर BJP की सदस्यता ग्रहण की है। सलूजा इंदौर के रहने वाले हैं। वह कमलनाथ के साथ लंबे समय से जुड़े हुए थे। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है।
दरअसल, नरेंद्र सलूजा कमलनाथ के साथ काफी लंबे समय से जुड़े थे। हाल के कुछ महीनों से उनकी अनदेखी हो रही थी। मीडिया विभाग के पुनर्गठन के दौरान उन्हें पैनल में जगह नहीं दी गई थी। इसे लेकर वह नाराज हो गए थे। इसके बाद फिर से उन्हें जगह मिल गई थी। पिछले दिनों इंदौर के खालसा कॉलेज में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उस कार्यक्रम में कमलनाथ भी पहुंचे थे। आयोजकों में नरेंद्र सलूजा का भी नाम था। कार्यक्रम के दौरान सिख दंगों को लेकर कमलनाथ का जबरदस्त विरोध हुआ था।
विरोध के बाद कमलनाथ ने अपने मीडिया प्रभारी के पद से नरेंद्र सलूजा को हटा दिया था। इसके बाद सलूजा कुछ दिनों तक चुप थे। शुक्रवार की सुबह बीजेपी ने उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत पार्टी के अन्य नेता मौजूद रहे हैं। नरेंद्र सलूजा के बीजेपी में शामिल होने के बाद एमपी में सिख वोटरों का झुकाव पार्टी की तरफ बढ़ेगा।
भाजपा में शामिल होने के बाद यह बोले नरेंद्र सलूजा
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद नरेंद्र सलूजा ने पत्रकारों के साथ चर्चा में कहा कि खालसा कॉलेज में हुए घटनाक्रम के बाद 84 दंगो का सच जो सामने आया, उसके बाद मेरा मन व्यथित हुआ। में जिस धर्म मे आस्था रखता हूं, उस धर्म के मेरे लोगो की हत्या के आरोपितों के सच ने मेरी आँखें खोल दी। में ऐसे संगटन के साथ कार्य नही कर सकता। खालसा कॉलेज घटनाक्रम के बाद मेने कांग्रेस की कोई पोस्ट नही की। न राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुआ। में एक कार्यकता के रूप में भाजपा में शामिल हुआ हूं। पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, उसे जी-जान से निभाउंगा।