मध्यप्रदेश करेगा मेजबानी, 31 जनवरी 2023 से शुरू होंगे खेलों इंडिया गेम्स
केन्द्रीय मंत्री ठाकुर ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मशाल मुख्यमंत्री चौहान को सौंपी
पहली बार शामिल हुआ म.प्र. का राज्य खेल मलखंब
खेलो इंडिया यूथ गेम्स से म.प्र में आयेगी नई खेल क्रांति : मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल। केन्द्रीय एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज नई दिल्ली में 5वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 की घोषणा की। अशोक होटल दिल्ली में आज हुए उद्घोषणा कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री ठाकुर ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 की मशाल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपी। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी मध्यप्रदेश करेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने खेलों की मेजबानी मध्यप्रदेश को दिये जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को धन्यवाद देते हुए कहा कि इन खेलों के आयोजन से मध्यप्रदेश में खेलों की दिशा में नई क्रांति आयेगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस संकल्प के साथ मध्यप्रदेश को खेलो इंडिया यूथ गेम्स की जिम्मेदारी सौंपी है, उसे मध्यप्रदेश पूरी शिद्दत से निभाएगा। प्रदेश के 8 नगर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मण्डला, महेश्वर और बालाघाट में 31 जनवरी से 11 फरवरी 2023 के बीच यह आयोजन होगा।
केन्द्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि इस बार देश के दिल मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में खेलों का जो वातावरण बना है, उससे अनेक खेल प्रतिभाओं ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रर्दशन कर भारत का नाम रोशन किया है। ठाकुर ने कहा कि मलखम्ब कभी भारत के इतिहास का हिस्सा था, आज खेलो इंडिया गेम में शामिल किया गया है। हर तरफ इस खेल को तारीफ मिली है और बढ़ावा दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कल्पना थी कि हम ओलिम्पिक गेम को तो बढ़ावा दें, साथ ही पारम्परिक खेलों को भी आगे बढ़ायें। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को मलखम्ब को राज्य खेल बनाने की बधाई दी। केन्द्रीय खेल मंत्री ठाकुर ने कहा कि पहले खेलों के प्रति उदासीनता थी, अब माता-पिता अपने बच्चों और स्वयं भी फिट रहने के लिये खेलों से जुड़ने के लिये प्रेरित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स का मध्यप्रदेश में ऐसा आयोजन किया जायेगा, जिसे पूरा भारत ही नहीं दुनिया भी देखेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी देकर मध्यप्रदेश में जो विश्वास दिखाया है उसकी कसौटी पर पूरी तरह से खरा उतरने का हम प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन से खेलो इंडिया के माध्यम से गाँव-गाँव में खेलों का विकास हो रहा है। खेल के क्षेत्र में भारत अब चमत्कार कर रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि देश के दिल मध्यप्रदेश में सभी का स्वागत करता हूँ। खेलो इंडिया यूथ गेम्स हम दिल से करेंगे। भारत की परंपरा है "अतिथि देवो भव", मेहमान जो हमारा होता है वह जान से प्यारा होता है। हम अपने खिलाड़ियों को जान से ज्यादा संभाल कर रखेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे बड़ा काम अगर कोई किया है तो देश के मानस को बदलने का। हमारे देश में पहले ऐसा वातावरण था, जिसे लोग मजाक में कहते थे अरे यह तो इंडिया है यहाँ तो कुछ हो ही नहीं सकता। प्रधानमंत्री मोदी ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारत सब कुछ कर सकता है और हर क्षेत्र में कर सकता है। उनके प्रयासों से वैभवशाली, गौरवशाली, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण हुआ है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत अब खेलों में भी चमत्कार कर रहा है। हमने मध्यप्रदेश में भी प्रयास किए हैं। वर्ष 2003 में खेल बजट 5 करोड़ था, जो अब बढ़ कर 350 करोड़ रूपए हो गया है। प्रदेश में 18 खेलों की 11 अकादमियाँ स्थापित की गई हैं। हमारी अकादमी के बच्चे चमत्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने मध्यप्रदेश में खेल के इंफ्रास्ट्रक्चर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने की कोशिश की है। खिलाड़ियों को न सिर्फ अकादमी में बुनियादी सुविधाएँ हैं बल्कि हर जिले में स्टेडियम, मिनी स्टेडियम, कोचिंग और प्रशिक्षण की व्यवस्था भी है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में खेलों का वातावरण बनाये रखने के लिये ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताएँ की जा रही हैं। इसमें बुजुर्गों की प्रतियोगिताएँ भी करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पहली बार पारंपरिक खेल मलखंब को भी शामिल किया है। मलखंब मध्यप्रदेश का राज्य खेल है। इस खेल में हमारे खिलाड़ियों का प्रदर्शन देश में अग्रणी है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर 3 से 7 नवंबर तक गाँव-गाँव में खेल प्रतियोगिताएँ होगी। एक जमाना था जब मध्यप्रदेश का नाम नेशनल गेम्स में ढूंढे नहीं मिलता था, लेकिन अब हमारे खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बार नेशनल गेम्स में हमारे खिलाड़ी 66 मेडल जीत कर लाये हैं, मलखंब में तो ओवरऑल चेंपियन है मध्यप्रदेश। हॉकी की टीम चाहे पुरूष की हो या बेटियों की, मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों के बिना नहीं बन पाती। यह प्रदेश की उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश अद्भुत प्रदेश है। यहाँ वन, जल, खनिज संपदा सहित टूरिज्म में साँची, भीमबैठका, खजुराहो, ओरछा के मंदिर और महाकाल लोक भी है। हम टाइगर स्टेट, लेपर्ड स्टेट और अब चीता स्टेट भी बन गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने म.प्र. को चीतों की सौगात दी है।
प्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि अत्यंत हर्ष और गौरव का क्षण है कि स्वदेशी खेलों को शामिल करते हुए सबसे बड़े आयोजन खेलो इंडिया यूथ गेम की मेजबानी अत्याधुनिक और विश्व-स्तरीय खेल सुविधाओं वाले मध्यप्रदेश को करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश जीरो से हीरो बन रहा है। आज हम गाँव-गाँव से टेलेंट सर्च कर प्रतिभाओं को निखार रहे हैं। सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने जब लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की तो दूसरे राज्यों ने इसे कॉपी किया। पदक तालिका में सिर्फ बेटे नहीं, हमारी बेटियों ने भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पदक हासिल कर अपने हुनर को साबित किया। सिंधिया ने कहा कि हम सिर्फ एक खेल विधा में नहीं, अलग-अलग खेलों में प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने का काम कर रहे हैं। हमारे अनेक प्रतिभावान खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे हैं।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के पारम्परिक खेल मलखम्ब और ब्रेक डांसिंग के खिलाड़ियों ने अतिथियों के समक्ष शानदार प्रदर्शन किया। ब्रेक डांसिंग को पेरिस ओलिम्पिक-2024 में खेल के रूप में शामिल किया गया है। केन्द्रीय खेल एवं युवा मामलों के राज्य मंत्री निशित प्रमाणिक सहित केन्द्रीय एवं मध्यप्रदेश के खेल विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।