इटारसी । जीआरपी और रेल विभाग के बीच समन्वय और संवाद की कमी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमृत भारत स्टेशन योजना का काम प्रभावित हो रहा है। योजना के तहत जिस स्थल पर काम होना है, वहां मौजूदा जीआरपी थाना भवन है, इसे शिफ्ट कर तोड़ने के बाद ही काम शुय हो सकेगा। रेलवे परिसर में संचालित शासकीय रेल पुलिस जीआरपी के थाने को शिफ्ट करने पर रेलवे और रेल पुलिस के अधिकारियों के बीच समन्वय नहीं बन पाया है। पिछले डेढ़ साल से इस थाने को लेकर आला-अफसरों के बीच तलवार खिंची हुई है, लाखों रुपये खर्च कर रेलवे ने पुराने गार्ड रनिंग रूम में थाने के लिहाज से सारी सुविधाएं मुहैया कराई हैं, लेकिन रेल पुलिस अभी भी इन सुविधाओं से संतुष्ट नहीं है, वह अपने पुलिसिया एक्ट के तहत कुछ जरूरतें अभी भी बता रही है। दो विभागों के चक्कर में थाना भवन शिफ्ट नहीं हो सका है।
इसलिए हो रहा विवाद
दरअसल रेलवे के नए फुटओवर ब्रिज को परिसर में उतारने का रास्ता जीआरपी थाने के सामने आ रहा है, इसलिए नया ब्रिज चालू होने के बावजूद यात्रियों को बाहर उतरना पड़ता है, चक्कर लगाकर यात्री रेलवे परिसर में आते-जाते हैं। दूसरा पेंच यह कि अमृत भारत योजना के तहत प्रस्तावित भवन का निर्माण भी जीआरपी थाने वाली जगह से होना है, दो साल से यह मामला अधर में लटका है, विधायक डा. सीतासरन शर्मा ने भी निरीक्षण किया था, बाद में रेलवे को जरूरी काम पूरा करने को कहा था।
दरअसल रेलवे ने मौजूदा थाने के सामने पुराने गार्ड रनिंग रूम का सुंदरीकरण कर करीब 7 लाख रुपये के काम करा दिए हैं, लेकिन जीआरपी आज भी इसमें कमियां बता रही है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार नए भवन में हवालात, विवेचना कक्ष, रिकार्ड रूम, शस्त्रागार, वाहन पार्किंग, प्रसाधन समेत सारे संसाधन करा दिए गए हैं, थाना प्रभारी कक्ष भी बन गया है, रेलवे के अनुसार यह भवन इतना बड़ा है कि यहां डीएसपी रेल कार्यालय को भी शिफ्ट किया जा सकता है, लेकिन जीआरपी को आज भी कुछ कमियां दिख रही हैं, इस वजह से फिलहाल थाना शिफ्ट करने पर अफसर राजी नहीं हैं।
अमृत भारत का काम अटका
इधर दो विभागों की खींचतान में अमृत भारत योजना का ठेकेदार अब तक प्रस्तावित काम शुरू नहीं कर सका है, जबकि वह लेआउट देखकर जा चुका है। थाना भवन खाली होने के बाद इसे तोड़ा जाएगा, नए एफओबी के लिए सीधा रेलवे परिसर में रास्ता देने के बाद बाकी काम होना है।
काम रूका है
हमारे स्तर से गार्ड रनिंग रूम में नए थाने के लिहाज से सारी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं, पिछले थाना प्रभारी को भी इसकी जानकारी दी गई थी, थाना शिफ्ट न होने से अमृत भारत स्टेशन का काम अटका हुआ है। अब कार्रवाई के लिए मंडल स्तर एवं एसआरपी स्तर पर चर्चा होना है, यह काम जल्द होना चाहिए। जो बताया गया था, वह काम हो चुका है।
-एके मालवीय, एईएन रेलवे
शिफ्ट तो करना है
देखिए थाना तो शिफ्ट करना ही है, उसमें कोई समस्या नहीं है, लेकिन रेलवे ने जिस भवन में सुविधाएं दी हैं, वहां पुलिस थाने के हिसाब से आज भी कुछ कमियां हैं, उसे पूरा कर दिया जाए तभी हम थाना शिफ्ट कर सकेंगे। जो कमियां हैं उसके बारे में अधिकारियों को बताया जाएगा।
-हितेष चौधरी, रेल पुलिस अधीक्षक