जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि परिवर्तित बजट 2024-25 में प्रदेश के युवा, महिला, किसान तथा गरीब के उत्थान को लक्ष्य में रखते हुए योजनाओं तथा कार्यक्रमों की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि विकास की बयार से राजस्थान का कोई भी क्षेत्र अछूता ना रह जाए।
शर्मा बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर बजट सौगातों के लिए कोटा, ब्यावर और जैतारण से आई जनता की धन्यवाद सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र में काम कर रहे जनप्रतिनिधि जनता की आम समस्याओं से वाकिफ होते हैं। साथ ही, जनता भी अपनी मांगों को लेकर उनके पास आती है। राज्य सरकार भी जनप्रतिनिधियों की क्षेत्र से संबंधित विकास की मांगों पर तत्परता से कार्य कर रही है तथा जनता सेे किए गए सभी वादों को पूरा किया जाएगा।
समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए उल्लेखनीय फैसले
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए उल्लेखनीय फैसले किए हैं। संकल्प पत्र में किए गए लगभग 45 फीसदी वादे पूरे किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गेहूं की एमएसपी पर 125 रुपये का बोनस देकर 2,400 रुपये प्रति क्विंटल खरीद मुल्य किया और पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देय राशि 6 हजार रुपये से बढ़ाकर 8 हजार रुपये की। सामाजिक सुरक्षा पेंशन में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी, पंचायती राज, नगरीय निकाय तथा आंगनबाड़ी कर्मियों के मानदेय में 10 प्रतिशत की वृद्धि जैसे अनेक जनकल्याणकारी निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि आगे भी इसी तरह जनहितैषी निर्णय लिए जाएंगे तथा संकल्प पत्र में किए गए प्रत्येक वादे को पूरा किया जाएगा।
‘एक पेड़ मां के नाम’ पर लगाकर देखरेख का भी संकल्प लें
शर्मा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं। उन्होंने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरूआत कर स्वच्छता का संदेश देने और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान चलाकर लड़के-लड़कियों का लिंगानुपात सुधारने का महत्वपूर्ण काम किया है। प्रधानमंत्री मोदी न केवल देश को आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से आगे बढ़ाना चाहते हैं अपितु पर्यावरण को संजोने लिए भी वे लगातार जागरूकता ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने पर्यावरण दिवस, 5 जून को ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरूआत की है जिससे अधिक से अधिक लोग पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका निभा सकें। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि हम सभी एक पेड़ अपनी मां के नाम पर लगाकर उसकी देख-रेख का भी संकल्प लें।
बजट में मिली ढेरों सौगातें
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में कोटा, ब्यावर तथा जैतारण के चहुंमुखी विकास के लिए ढेरों सौगातें दी गई हैं। जैतारण में 30 करोड़ रुपये की लागत से समौखी से बलाड़ा, पृथ्वीपुरा से लौटोती, बलुन्दा से खराड़ी, कालब खुर्द से काणूजा, बूटीवास से रास, निमाज से चावण्डिया कलां, कावलिया से आनन्दपुर कालू सड़कों के सुदृढ़ीकरण व चौड़ाईकरण का कार्य करवाया जायेगा। वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर पर लगभग 110 करोड रुपये व्यय कर संबंधित रेलवे स्टेशनों को दो लेन सड़क से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि जैतारण में 220 केवी जीएसएस निर्माण, रास-ब्यावर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना, जैतारण में सहायक अभियंता (खनिज) कार्यालय, ब्यावर में अनुसूचित जाति छात्रावास खोले जाएंगे तथा निम्बाज (जैतारण) पशु चिकित्सालय का प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय में क्रमोन्नयन किया जायेगा। शर्मा ने कहा कि औद्योगिक नगरी, कोटा में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट का काम शुरू किया जाएगा। राष्ट्रीय चम्बल घड़ियाल अभ्यारण-कोटा का ईको सेंसेटिव जोन के रूप में चिन्हीकरण कर मास्टर प्लान, रामगंज मण्डी में महिला पुलिस थाना, स्टोन मण्डी एवं स्टोन कलस्टर का उन्नयन सहित अनेक सौगातें कोटा को दी गई हैं।
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार पं. दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के संकल्प पर काम करते हुए अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति के लिए योजनाओं तथा कार्यक्रमों का संचालन कर रही है तथा उनका उत्थान राज्य सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि हम सबको भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए जरूरतमंदों को केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करनी चाहिए। ‘सबका साथ-सबका विकास’ की सोच के साथ ही विकसित राजस्थान और विकसित भारत की परिकल्पना साकार होगी।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार ने अपने पहले ही बजट में विकसित राजस्थान-2047 की रूपरेखा तैयार की है। राज्य सरकार सभी क्षेत्रों तथा सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। कार्यक्रम में विधायक शंकर सिंह रावत ने बजट में ब्यावर को दी गई ढेरों सौगातों के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों ने शर्मा को धन्यवाद देते हुए माल्यार्पण कर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कोटा, ब्यावर तथा जैतारण की जनता के साथ संवाद भी किया।